रायगढ़। 17 मार्च की सुबह कोतरा रोड स्थित सीएसपीडीसीएल के एरिया सब स्टेशन के वेयर हाउस में भीषण आग लग गई। आग ट्रांसफॉर्मर्स और इलेक्ट्रिक केबल्स में लगी थी, जिसे कुछ घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद काबू कर लिया गया। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने स्वयं घटनास्थल पर मौजूद रहकर राहत एवं बचाव अभियान की कमान संभाली।
घटनास्थल पर तुरंत पहुंचे अधिकारी सुबह करीब 9:30 बजे आग लगने की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने प्रशासनिक अमले को अलर्ट करते हुए आग बुझाने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने शहर के सभी थानों से सुरक्षा बल को घटनास्थल पर भेजने के आदेश दिए।
दमकल की 12 गाड़ियों ने पाया आग पर काबू नगर सेना, नगर निगम, और औद्योगिक इकाइयों से फायर ब्रिगेड की मदद ली गई। जेएसपीएल, जेएसडब्ल्यू, एनटीपीसी, अदानी, मोनेट सहित अन्य उद्योगों से दमकल वाहन बुलाए गए। जिला सेनानी बी. कुजूर ने बताया कि आग बुझाने के लिए 12 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां जुटी थीं, जिनके सहयोग से आग पर नियंत्रण पाया गया। चूंकि आग इलेक्ट्रिक सामग्री में लगी थी, इसलिए पानी के साथ फोम का उपयोग किया गया।
रिहायशी इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कलेक्टर गोयल ने घटनास्थल के पास स्थित गजानंदपुरम कॉलोनी पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। एहतियात के तौर पर कॉलोनी के घरों को खाली कराया गया और घरों से गैस सिलेंडर निकालने के निर्देश दिए गए।
सुरक्षा और राहत कार्यों में जुटा प्रशासन नगर निगम आयुक्त बृजेश सिंह क्षत्रिय के नेतृत्व में नगर निगम की टीम ने जेसीबी और टैंकर की सहायता से राहत कार्यों को तेज किया। नगर निगम द्वारा 4 रिफिलिंग प्वाइंट बनाए गए ताकि दमकल वाहनों को पानी भरने में कोई दिक्कत न हो। होटल ट्रिनिटी ने भी पानी रिफिल करने में सहयोग प्रदान किया। एसडीएम प्रवीण तिवारी और उनकी टीम ने अन्य जिलों और उद्योगों से फायर ब्रिगेड की व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आग से बड़ा नुकसान, जनहानि नहीं सीएसपीडीसीएल के एसई मनीष तनेजा ने बताया कि आग में लगभग 150 फेल्ड ट्रांसफार्मर जलकर नष्ट हो गए हैं। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई।
अब भी सतर्क प्रशासन जिला प्रशासन ने घोषणा की है कि जब तक आग पूरी तरह से बुझ नहीं जाती, तब तक फायर ब्रिगेड और राहत दल घटनास्थल पर तैनात रहेंगे। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल और उनकी टीम सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने में लगी हुई है।
इस घटनाक्रम के दौरान प्रशासन और सुरक्षा बलों की तत्परता से एक बड़ी आपदा को टाल दिया गया।
