ग्राम पंचायत पुरई की महिलाएं हर्बल गुलाल बना आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहीं

दुर्ग। ग्राम पंचायत पुरई की महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं इस बार होली को और भी खास और सुरक्षित बनाने के लिए हर्बल गुलाल तैयार कर रही हैं। यह पहल न केवल रोजगार और आर्थिक स्वावलंबन का जरिया बन रही है, बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण की मिसाल भी पेश कर रही है।

ग्राम की लगभग 10-11 महिलाएं इस कार्य में जुटी हुई हैं और उन्होंने अब तक 100 किलो हर्बल गुलाल तैयार किया है। इस गुलाल को 54 रुपये प्रति किलो की दर से बेचकर उन्होंने 3,740 रुपये का मुनाफा कमाया है। यह मुनाफा भले ही छोटा हो, लेकिन यह महिलाओं के आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम का प्रतीक है।

स्व-सहायता समूह की सदस्य श्रीमती आयशा साहू, जो 12वीं तक शिक्षित हैं, ने बताया कि उन्होंने दो साल पहले ‘ओम साई स्व-सहायता समूह’ से जुड़कर हर्बल गुलाल बनाना शुरू किया था। पिछले साल इस कार्य से उन्होंने 6,000 रुपये की आमदनी अर्जित की थी और इस साल उन्हें और बेहतर परिणाम की उम्मीद है।

आयशा साहू के इस प्रयास से प्रेरित होकर अब गांव की अन्य महिलाएं भी इस कार्य से जुड़ने लगी हैं। यह प्रयास न केवल आर्थिक मजबूती दे रहा है, बल्कि महिलाओं को एक नई पहचान और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी आगे बढ़ा रहा है।

ग्राम पंचायत पुरई की इन मेहनती महिलाओं की यह पहल सिर्फ एक व्यवसायिक गतिविधि नहीं, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण की एक प्रेरणादायक कहानी बन चुकी है।

Arpa News 36
Author: Arpa News 36