रायपुर। शासकीय दूधाधारी गर्ल्स कॉलेज के गृह विज्ञान विभाग में खाद्य परिरक्षण के पारंपरिक एवं आधुनिक तकनीकों पर तीन दिवसीय हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में फूड लेबलिंग, खाद्य परिरक्षण, भोज्य पदार्थों में पाए जाने वाले सूक्ष्मजीव एवं उनके प्रभावों पर विस्तृत चर्चा की गई।
विशेषज्ञों ने दिया मार्गदर्शन
इस सत्र में डॉ. अर्पित सोनी ने छात्राओं को मार्गदर्शन दिया। गृह विज्ञान संकाय की विभागाध्यक्ष डॉ. अनुभा झा के नेतृत्व में श्रीमती ज्योति मिश्रा ने खाद्य परिरक्षण की विस्तृत जानकारी दी। वहीं, कुमारी श्रेया राठी ने खाद्य पदार्थों में होने वाली विभिन्न प्रकार की खराबियों और उनसे बचाव के उपाय बताए।
डॉ. दीप्ति चंद्राकर ने भोज्य पदार्थों में सूक्ष्मजीवों, विभिन्न एंजाइम्स एवं रासायनिक प्रक्रियाओं पर प्रकाश डाला।
छात्राओं को व्यावहारिक प्रशिक्षण
प्रशिक्षण के दौरान छात्राओं को विभिन्न खाद्य उत्पाद तैयार करने का अनुभव प्रदान किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से –
✔ मिक्स फ्रूट जैम
✔ पाइनएप्पल जैम
✔ अमरूद की जैली
✔ नींबू और आंवले का अचार
✔ आंवला कैंडी एवं मुरब्बा
✔ लेमन स्क्वैश आदि शामिल थे।
उद्यमिता और स्वरोजगार की दिशा में प्रेरणा
इस कार्यक्रम के दौरान फूड साइंस एंड क्वालिटी कंट्रोल विभाग की छात्राओं ने तकनीकी ज्ञान प्राप्त किया। प्रशिक्षण का उद्देश्य छात्राओं को उद्यमिता, स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना था।
गृह विज्ञान संकाय द्वारा संचालित इस प्रशिक्षण से छात्राओं को खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता नियंत्रण और व्यावसायिक संभावनाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुईं।
