नो स्मोकिंग डे: 12 मार्च 2025 को मनाया जाएगा, जानिए सिगरेट छोड़ना क्यों है मुश्किल?

नई दिल्ली। हर साल मार्च के दूसरे बुधवार को नो स्मोकिंग डे मनाया जाता है। इस साल यह 12 मार्च 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को धूम्रपान के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सिगरेट छोड़ने के लिए प्रेरित करना है।

सिगरेट छोड़ना इतना मुश्किल क्यों?

धूम्रपान छोड़ना हर किसी के लिए आसान नहीं होता। यूके की यूनिवर्सिटी ऑफ लीसेस्टर में हुई एक स्टडी के अनुसार, सिगरेट छोड़ने में इंसान के जीन्स (Genes) की भी अहम भूमिका होती है। यह जीन्स शरीर में निकोटीन की लत को बनाए रखते हैं, जिससे कुछ लोगों के लिए धूम्रपान छोड़ना बेहद कठिन हो जाता है।

धूम्रपान के खतरनाक प्रभाव

🚭 फेफड़ों और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ाता है।
🚭 कैंसर, खासकर फेफड़ों और गले के कैंसर की संभावना को बढ़ाता है।
🚭 इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है, जिससे शरीर बीमारियों का शिकार हो सकता है।
🚭 शरीर की कार्यक्षमता और जीवन प्रत्याशा को कम करता है।

कैसे छोड़ें धूम्रपान?

✔ निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी (NRT) का उपयोग करें।
✔ व्यायाम और ध्यान (Meditation) को दिनचर्या में शामिल करें।
✔ अपने परिवार और दोस्तों से समर्थन लें।
✔ स्मोकिंग ट्रिगर्स से बचें और स्वस्थ आदतें अपनाएं।

नो स्मोकिंग डे का उद्देश्य

नो स्मोकिंग डे हर साल लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रेरित करता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि धूम्रपान सिर्फ एक बुरी आदत नहीं, बल्कि एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। अगर आप या आपका कोई करीबी धूम्रपान करता है, तो इस दिन उन्हें इसे छोड़ने के लिए प्रेरित करें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संकल्प लें।

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Author: Arpa News 36