वॉटर फास्टिंग: वजन घटाने का असरदार तरीका या सेहत के लिए खतरा?

नई दिल्ली । आजकल लोग सेहत और फिटनेस को लेकर कई तरह के उपाय अपना रहे हैं। वॉटर फास्टिंग (Water Fasting) यानी सिर्फ पानी पीकर उपवास करना तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। इसे वजन घटाने, पाचन सुधारने और शरीर को डिटॉक्स करने के लिए अपनाया जा रहा है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या यह वाकई फायदेमंद है या सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है? आइए जानते हैं वॉटर फास्टिंग के फायदे और नुकसान।

क्या है वॉटर फास्टिंग?

वॉटर फास्टिंग एक ऐसा उपवास है जिसमें व्यक्ति किसी भी तरह का भोजन नहीं करता और सिर्फ पानी पीता है। यह उपवास 1 दिन से लेकर 3 दिन या इससे अधिक समय तक किया जा सकता है। इसे शरीर की सफाई (detox) और वजन घटाने के लिए कारगर माना जाता है।

वॉटर फास्टिंग के फायदे

✅ वजन घटाने में सहायक – वॉटर फास्टिंग के दौरान शरीर में जमा अतिरिक्त फैट बर्न होता है, जिससे वजन तेजी से कम हो सकता है।
✅ पाचन तंत्र को आराम – लगातार भोजन करने से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है, लेकिन उपवास से इसे आराम मिलता है और वह खुद को रिपेयर कर पाता है।
✅ डिटॉक्सिफिकेशन – पानी पीने से शरीर में मौजूद विषैले तत्व बाहर निकलते हैं, जिससे त्वचा साफ होती है और शरीर अंदर से स्वस्थ महसूस करता है।
✅ इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार – यह ब्लड शुगर को नियंत्रित कर डायबिटीज के खतरे को कम कर सकता है।
✅ मानसिक स्पष्टता और ऊर्जा में वृद्धि – कुछ शोधों में पाया गया है कि वॉटर फास्टिंग से ब्रेन फंक्शन बेहतर होता है और फोकस बढ़ता है।

वॉटर फास्टिंग के नुकसान

❌ कमजोरी और चक्कर आना – लंबे समय तक बिना खाए रहने से शरीर में कमजोरी आ सकती है और चक्कर आने की समस्या हो सकती है।
❌ ब्लड प्रेशर में गिरावट – कुछ लोगों को लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है, जिससे बेहोशी की संभावना बढ़ जाती है।
❌ मेटाबॉलिज्म पर असर – बार-बार वॉटर फास्टिंग करने से मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है, जिससे भविष्य में वजन बढ़ने की संभावना रहती है।
❌ मांसपेशियों की कमजोरी – शरीर ऊर्जा के लिए फैट के साथ-साथ मांसपेशियों को भी ब्रेकडाउन कर सकता है, जिससे मसल लॉस हो सकता है।
❌ इम्यून सिस्टम पर असर – लंबे समय तक बिना पोषण के रहने से इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।

क्या आपको वॉटर फास्टिंग करनी चाहिए?

वॉटर फास्टिंग के कुछ फायदे जरूर हैं, लेकिन इसे बिना सोचे-समझे अपनाना सही नहीं होगा।
➡ डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, किडनी या हृदय रोग से पीड़ित लोगों को वॉटर फास्टिंग से बचना चाहिए।
➡ अगर आप इसे आजमाना चाहते हैं, तो पहले डॉक्टर या न्यूट्रीशन एक्सपर्ट से सलाह लेना जरूरी है।

निष्कर्ष

वॉटर फास्टिंग शरीर को डिटॉक्स करने और वजन घटाने का एक तरीका हो सकता है, लेकिन इसके नुकसान भी कम नहीं हैं। अगर आप इसे आजमाना चाहते हैं, तो सावधानी और विशेषज्ञ की सलाह के साथ ही इसे अपनाएं।

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Author: Arpa News 36