रायपुर :छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के 15वें दिन बस्तर संभाग के आश्रम-छात्रावासों में बच्चों की मौत का मुद्दा गरमाया। कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने यह मामला उठाते हुए सरकार से मौतों का विस्तृत ब्योरा मांगा। उन्होंने आरोप लगाया कि छात्रावासों में आदिवासी बच्चे सुरक्षित नहीं हैं और सरकार इस गंभीर मुद्दे को नजरअंदाज कर रही है।
कृषि मंत्री रामविचार नेताम की गैरमौजूदगी में संसदीय कार्यमंत्री केदार कश्यप ने जवाब दिया। उन्होंने बताया कि साल 2024-25 में दो बच्चों की मौत हुई है, जबकि 2022 से 2025 तक कुल 25 बच्चों की मौत अलग-अलग कारणों से हुई है।
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने सरकार पर मौतों का सही आंकड़ा छिपाने का आरोप लगाते हुए 10 अतिरिक्त मौतों का दावा किया। विपक्ष ने सरकार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया और आदिवासी बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए।
विपक्ष के हमलावर रुख के बीच मंत्री केदार कश्यप ने पलटवार करते हुए “कांग्रेस सरकार में जगरगुंडा में राशन किसने खाया?” का सवाल दाग दिया। इस टिप्पणी पर विपक्ष भड़क उठा और सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद नाराज विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया।
सरकार पर लापरवाही के आरोपों के बीच यह मुद्दा विधानसभा में तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्ष का कहना है कि सरकार को बस्तर के छात्रावासों में हो रही मौतों पर गंभीर होना चाहिए, जबकि सरकार इसे राजनीतिक मुद्दा बनाए जाने का आरोप लगा रही है।
