शेयर बाजार में भारी गिरावट, निवेशकों को पोर्टफोलियो विविधता का सबक

नई दिल्ली : हाल ही में शेयर बाजार में आई बड़ी गिरावट ने निवेशकों को एसेट एलोकेशन (Asset Allocation) की अहमियत फिर से याद दिला दी है। एक समय जब बाजार नई ऊंचाइयों को छू रहा था और करेक्शन के कोई संकेत नहीं थे, तब कई निवेशकों ने सिर्फ इक्विटी में निवेश कर दिया था। लेकिन अब मंदी की आशंका, टैरिफ वॉर, कॉर्पोरेट मुनाफे में गिरावट और कमजोर GDP ग्रोथ ने बाजार को हिला कर रख दिया है।

14% गिरे प्रमुख इंडेक्स, मिडकैप और स्मॉल-कैप को सबसे बड़ा झटका

सितंबर 2024 में अपने शिखर स्तर से प्रमुख इक्विटी इंडेक्स अब तक 14% तक नीचे आ चुके हैं। मिडकैप और स्मॉल-कैप शेयरों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जिनमें से कई 50% तक गिर गए हैं। इस गिरावट के कारण $1 ट्रिलियन से अधिक की मार्केट वैल्यू डूब गई है, जिससे कई निवेशकों के पोर्टफोलियो पर भारी असर पड़ा है।

पोर्टफोलियो विविधता की जरूरत: बाजार विशेषज्ञों की सलाह

बाजार के जानकारों का कहना है कि यह गिरावट उन निवेशकों के लिए एक बड़ा सबक है, जो अपने निवेश को सिर्फ इक्विटी तक सीमित रखते हैं। वित्तीय विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि लॉन्ग-टर्म ग्रोथ के लिए एसेट एलोकेशन का संतुलित तरीका अपनाना चाहिए, जिसमें डेट, गोल्ड, बॉन्ड्स और अन्य सुरक्षित निवेश विकल्पों को भी शामिल करना जरूरी है।

बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, निवेशकों को सिर्फ हाई रिटर्न के लालच में एक ही एसेट क्लास पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। जोखिम को संतुलित करने के लिए विविध पोर्टफोलियो बनाना जरूरी है, ताकि किसी एक सेक्टर में गिरावट आने पर निवेशकों को भारी नुकसान न उठाना पड़े।

निष्कर्ष: यह बाजार गिरावट निवेशकों को जोखिम प्रबंधन और पोर्टफोलियो विविधता की अहमियत समझाने का एक बड़ा संकेत है। इसलिए, समझदारी से निवेश करें और लॉन्ग-टर्म रणनीति अपनाएं।

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Author: Arpa News 36