रायपुर। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत अतिरिक्त अनाज आबंटन का मुद्दा आज छत्तीसगढ़ विधानसभा में जोरशोर से उठा। भाजपा विधायक भावना बोहरा ने इस विषय को उठाते हुए कहा कि अनाज के अतिरिक्त आबंटन नहीं मिलने के कारण कई जरूरतमंदों को राशन नहीं मिल रहा है। उन्होंने कोरोना काल में 5 किलो अतिरिक्त अनाज न मिलने का मामला उठाते हुए इसकी जांच कराने की मांग की।
खाद्य मंत्री बोले— 97% लोगों को मिल रहा लाभ
इस पर जवाब देते हुए खाद्य मंत्री ने कहा कि अब तक ऐसी कोई शिकायत सामने नहीं आई है। यदि किसी को इस संबंध में कोई जानकारी है, तो सरकार को उपलब्ध कराई जाए। मंत्री ने दावा किया कि 97% लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जा रहा है।
भाजपा विधायक राजेश मूणत ने सरकार को घेरा
भाजपा विधायक राजेश मूणत ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौरान केंद्र सरकार द्वारा दिए जाने वाले 5 किलो अतिरिक्त अनाज कई जरूरतमंदों तक नहीं पहुंचा। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि इससे कितने लोग वंचित रह गए थे?
मंत्री का जवाब— 2019 का डेटा अब देना संभव नहीं
इस पर मंत्री ने जवाब दिया कि प्रश्न 2023 से 2025 के बीच के मुद्दे से संबंधित है, लेकिन 2019 की जानकारी मांगी जा रही है, जो तत्काल देना संभव नहीं है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने भी मंत्री का समर्थन करते हुए कहा कि यदि सवाल 2023-25 के बीच का है, तो 2019 की जानकारी तत्काल कैसे दी जा सकती है?
अतिरिक्त अनाज आबंटन नहीं मिल रहा— मंत्री
मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल राज्य को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत अतिरिक्त अनाज का आबंटन नहीं मिल रहा है। इससे राशन वितरण में कुछ चुनौतियां आ रही हैं।
इस मुद्दे पर सदन में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। विपक्ष ने सरकार पर गरीबों को उनका हक न देने का आरोप लगाया, जबकि सरकार ने प्रक्रियागत कारणों का हवाला दिया।
