रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्राचार्य पदोन्नति को लेकर प्रक्रिया जल्द पूरी होने की संभावना है। CGPSC (छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग) जल्द ही डीपीसी (विभागीय पदोन्नति समिति) की कार्यवाही विवरण शिक्षा विभाग को भेजेगा। ऐसे में माना जा रहा है कि इस माह के अंत तक पदोन्नति प्रक्रिया पूरी हो सकती है।
छत्तीसगढ़ प्राचार्य पदोन्नति फोरम का एक प्रतिनिधिमंडल PSC अध्यक्ष रीता शांडिल्य से मिला और डीपीसी प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने के लिए आभार व्यक्त किया। प्रतिनिधिमंडल ने डीपीसी कार्यवाही का विवरण जल्द से जल्द शिक्षा विभाग को भेजने का अनुरोध किया, जिसे पीएससी अध्यक्ष ने शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया।
इसके बाद, प्रतिनिधिमंडल ने स्कूल शिक्षा सचिव और लोक शिक्षण संचालक से मुलाकात कर 2015 एवं 2016 के लंबित प्रमोशन आदेश शीघ्र जारी करने की मांग की।
इस मुलाकात में छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस के प्रांताध्यक्ष अनिल शुक्ला, छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ के प्रांताध्यक्ष राकेश शर्मा, वरिष्ठ व्याख्याता संघ के प्रांतीय संयोजक श्याम कुमार वर्मा, प्रांतीय कोषाध्यक्ष नरेंद्र धीबर, माध्यमिक विद्यालय प्रधान पाठक मंच के प्रांतीय संयोजक आर. के. झा और रायपुर जिला के संयोजक मलखम वर्मा शामिल रहे।
छत्तीसगढ़ के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कुल 2632 प्राचार्य पद हैं, जिनमें से 939 पद भरे हुए हैं, जबकि 1693 पद खाली हैं। नियम के अनुसार, 10% (169 पद) सीधी भर्ती से भरे जाएंगे, जबकि 1524 पद पदोन्नति से भरे जाएंगे।
वहीं, टी संवर्ग (टीचर संवर्ग) में प्राचार्य के कुल स्वीकृत 2058 पदों में से 491 पद भरे हुए हैं, जबकि 1567 पद खाली हैं। इनमें से 157 पद सीधी भर्ती से और 1410 पद पदोन्नति से भरे जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार, शासन जल्द ही पदोन्नति आदेश जारी कर सकता है और बाद में काउंसलिंग के आधार पर पदस्थापना आदेश दिए जाएंगे। इससे लंबे समय से प्रमोशन की राह देख रहे शिक्षकों को राहत मिलेगी।c
