श्री अमरनाथ यात्रा 2025 की शुरुआत 3 जुलाई से होगी और यह 9 अगस्त तक चलेगी। इस वर्ष श्रद्धालुओं को बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए कुल 38 दिन मिलेंगे। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SASB) ने यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इस वर्ष सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक मजबूत किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
यात्रा परमिट और पंजीकरण प्रक्रिया
श्री अमरनाथ यात्रा के लिए ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर यात्रा परमिट जारी किए जा रहे हैं। यात्रा के लिए पंजीकरण 15 मार्च से शुरू हो चुका है। श्रद्धालु jksasb.nic.in पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर बैंक, एसबीआई, पंजाब नेशनल बैंक और यस बैंक की 562 शाखाओं में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा भी उपलब्ध है।
यात्रा पंजीकरण शुल्क ₹150 प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है।
किन्हें नहीं मिलेगी यात्रा की अनुमति?
यात्रा के लिए चिकित्सा प्रमाणपत्र (CHC) अनिवार्य किया गया है, जिसे मान्यता प्राप्त डॉक्टर से बनवाना होगा। निम्नलिखित व्यक्तियों को यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी:
- 13 वर्ष से कम और 70 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति।
- 6 सप्ताह से अधिक गर्भवती महिलाएं।
- जो लोग आवश्यक चिकित्सा प्रमाणपत्र प्राप्त नहीं कर सके।
सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं होंगी मजबूत
श्राइन बोर्ड और प्रशासन ने इस वर्ष सुरक्षा को और अधिक कड़ा किया है। मेडिकल सुविधाओं में भी सुधार किया गया है, जिससे यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को तत्काल सहायता मिल सके।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष निर्देश
- यात्रा पर जाने से पहले सभी श्रद्धालुओं को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार रहना जरूरी होगा।
- ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड और कम ऑक्सीजन स्तर को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त गरम कपड़े और जरूरी दवाइयां साथ ले जानी चाहिए।
- यात्रा के दौरान पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखा जाए और प्लास्टिक कचरा न फैलाया जाए।
श्री अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। इस पवित्र यात्रा के माध्यम से भक्तगण भगवान शिव के दर्शन कर पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे।
