रायपुर । नए शैक्षणिक सत्र से पहले छत्तीसगढ़ के स्कूलों में युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। जानकारी के अनुसार, राज्य के सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों (BEO) और प्राचार्यों से शिक्षकों के स्वीकृत, कार्यरत और रिक्त पदों की जानकारी मांगी गई है। हालांकि अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं हुआ है, लेकिन अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, उच्च स्तर से मांगे गए आंकड़ों के आधार पर जल्द ही शिक्षकों की पदस्थापना की योजना बनाई जा सकती है।
महासमुंद जिले में बड़ी संख्या में शिक्षकों के पद रिक्त
राज्य विधानसभा में महासमुंद जिले के स्कूलों को लेकर पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रिक्त पदों का ब्योरा दिया। उन्होंने बताया कि महासमुंद जिले में शिक्षकों के विभिन्न पद खाली हैं, जिनमें—
-
सहायक शिक्षक – 1705 पद
-
प्रधान पाठक (प्राथमिक शाला) – 66 पद
-
शिक्षक – 471 पद
-
प्रधान पाठक (पूर्व माध्यमिक शाला) – 329 पद
-
व्याख्याता – 623 पद
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि शिक्षक विहीन और एकल शिक्षकीय स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना के लिए सरकार सीधी भर्ती, पदोन्नति और युक्तियुक्तकरण के माध्यम से कार्ययोजना बना रही है।
रिक्त पदों को भरने की कवायद तेज
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, वर्तमान में शिक्षकों के खाली पदों की सही स्थिति जानने के लिए डाटा जुटाया जा रहा है। इसके बाद सरकार शिक्षकों की तैनाती को लेकर आगे की रणनीति तय करेगी।
यदि युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया लागू होती है, तो इससे राज्य के सैकड़ों स्कूलों में शिक्षकों की समस्या दूर होने की उम्मीद है, जिससे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलने का मार्ग प्रशस्त होगा।
