मगरलोड। भाजपा सरकार द्वारा अप्रैल माह से प्रदेश में 67 नई शराब दुकानों को खोलने के प्रस्ताव का विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता एवं नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष भूपेश सिन्हा ने इस फैसले पर कड़ा एतराज जताया है।
भूपेश सिन्हा ने कहा कि चुनाव के समय भाजपा शराबबंदी की बातें करके जनता से वोट लेती रही, लेकिन अब जब उनकी सरकार बनी है, तो शराब दुकानों की संख्या बढ़ाई जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार गांव-गांव में विकास के कार्य ठप कर केवल शराब दुकानें खोलने में जुटी है।
उन्होंने आगे कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी, तब भाजपा नेता शराबबंदी को लेकर धरना-प्रदर्शन करते थे, विधानसभा में हंगामा मचाते थे। लेकिन अब सत्ता में आने के बाद शराबबंदी की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा, बल्कि शराबखोरी को बढ़ावा दिया जा रहा है।
श्री सिन्हा ने नई आबकारी नीति, जो अप्रैल माह से लागू होने जा रही है, का भी विरोध किया और कहा कि इससे समाज में नशाखोरी को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि प्रस्तावित शराब दुकानों को तुरंत रद्द किया जाए और विकास के कार्यों को प्राथमिकता दी जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस शासन में जहां बच्चों के भविष्य के लिए नए स्कूल और कॉलेज खोले जाते थे, वहीं भाजपा सरकार में शराब की दुकानों पर ध्यान दिया जा रहा है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
भूपेश सिन्हा का यह बयान अब शराबबंदी को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर रहा है। अब देखना यह होगा कि सरकार अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करती है या नहीं
