कुरूद। नगर पंचायत कुरूद के वंदे मातरम वार्ड क्रमांक 15 में स्थित 102 अटल आवास अब जर्जर हालात में पहुंच चुके हैं। इन मकानों में रह रहे लोग खतरे के साये में अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं। छतों और छज्जों के टूटने से कई लोग घायल हो चुके हैं। परेशान नागरिकों ने ‘समाधान अभियान’ के तहत नगर पंचायत पहुंचकर प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के अंतर्गत नए मकान दिलाने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार, इन मकानों का निर्माण केन्द्र सरकार की आईएसएचडीपी योजना के तहत किया गया था। निर्माण कार्य में लापरवाही बरती गई थी, जिसके चलते उस समय निकाय के कुछ अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज हुई थी और निलंबन की कार्रवाई भी हुई थी। कई वर्षों तक ये अधूरे मकान खंडहर बने खड़े रहे।
बाद में तत्कालीन नगर पंचायत अध्यक्ष ज्योति भानु चंद्राकर ने 2017-18 में इन भवनों की मरम्मत कराकर उन्हें जरूरतमंदों को आबंटित किया था। लेकिन निर्माण की शुरुआत में हुई अनियमितताओं का असर आज भी यहां रह रहे लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
रहवासियों की पीड़ा:
यहां रहने वाले संतोष प्रजापति, इमरान खान, पूनम जगवानी, सरिता तिवारी और देवेंद्र सारथी ने बताया कि मकानों की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। “कभी भी दीवार गिर सकती है, छत टूट सकती है, जान का खतरा बना रहता है,” ऐसा कहना है संतोष प्रजापति का। अब तक छत गिरने से कई लोग अस्पताल पहुंच चुके हैं।
सरकार से उम्मीद:
लोगों का कहना है कि पहले भी उन्होंने पार्षद और अध्यक्ष को अपनी समस्या बताई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। अब जब राज्य और केंद्र में एक ही सरकार है, तो उन्हें उम्मीद है कि ‘हमने बनाया हम ही संवारेंगे’ कहने वाली ट्रिपल इंजन सरकार उनकी तकलीफ जरूर सुनेगी।
जनप्रतिनिधियों की पहल:
समाधान अभियान के तहत आवेदन देने पहुंचे पार्षद पति प्रमोद साहू ने कहा कि “अटल आवास अब सच में खस्ताहाल हो चुके हैं, अगर जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। हम परिषद के माध्यम से वार्डवासियों की मांग शासन तक पहुंचाएंगे और उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे।”
