आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में जब सुबह का समय सबसे ज्यादा कीमती होता है, तो फटाफट बनने वाले नाश्ते की लिस्ट में ब्रेड सबसे ऊपर होती है। टोस्ट, जैम-ब्रेड, बटर या सैंडविच – ब्रेड का कोई न कोई रूप हर घर की रसोई में मिल ही जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि रोज ब्रेड खाना आपकी सेहत के लिए कितना सही है?
ब्रेड की किस्में और उनके पोषण तत्व
1. सफेद ब्रेड (White Bread):
यह ब्रेड रिफाइंड मैदा से बनाई जाती है जिसमें फाइबर की मात्रा बेहद कम होती है। इसका ज्यादा सेवन पाचन खराब कर सकता है, ब्लड शुगर लेवल बढ़ा सकता है और वजन भी बढ़ा सकता है। सफेद ब्रेड में पोषण की मात्रा बहुत कम होती है।
2. ब्राउन ब्रेड (Brown Bread):
इसमें गेहूं का इस्तेमाल होता है, जिससे इसमें फाइबर थोड़ा ज्यादा होता है। लेकिन बाजार में मिलने वाली कई ब्राउन ब्रेड में सिर्फ रंग मिलाकर इसे हेल्दी दिखाया जाता है। ऐसे में इसका चुनाव करते समय लेबल जरूर पढ़ें।
3. मल्टीग्रेन ब्रेड (Multigrain Bread):
यह सबसे बेहतर विकल्प माना जाता है क्योंकि इसमें कई अनाज जैसे जौ, बाजरा, मक्का आदि होते हैं। यह न सिर्फ फाइबर में समृद्ध होती है, बल्कि इसमें पोषक तत्व भी ज्यादा होते हैं जो पाचन को बेहतर बनाते हैं और शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।
क्या रोज ब्रेड खाना सही है?
रोजाना ब्रेड का सेवन करने से शरीर को आवश्यक पोषण नहीं मिल पाता। खासकर सफेद ब्रेड अगर लगातार खाई जाए, तो यह सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है। डायटीशियन की सलाह है कि अगर ब्रेड खानी ही हो तो उसे हफ्ते में 2-3 बार तक सीमित रखें और मल्टीग्रेन ब्रेड का चुनाव करें। इसके साथ ताजे फल, अंडे या पीनट बटर जैसे हेल्दी विकल्प जोड़ें, ताकि नाश्ता संतुलित बने।
