रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज बस्तर कलेक्ट्रेट के ‘प्रेरणा’ सभाकक्ष में संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री ने बस्तर संभाग की विभिन्न योजनाओं और विकास कार्यों की प्रगति की गहन समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे और समयबद्ध तरीके से लक्ष्यों की पूर्ति हो।
मुख्यमंत्री श्री साय ने स्पष्ट कहा कि “बस्तर अब ठहराव नहीं, निरंतर विकास की मांग कर रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि हमारा प्रयास है कि शासन की योजनाएं सीधे जन-जन तक पहुंचें, जिससे हर परिवार विकास की मुख्यधारा से जुड़ सके।
नए भारत की दिशा में बस्तर बन रहा प्रवेश द्वार
मुख्यमंत्री ने बस्तर की बदलती तस्वीर को रेखांकित करते हुए कहा कि “बस्तर अब पिछड़ेपन का प्रतीक नहीं, बल्कि नए भारत की संभावनाओं का प्रवेश द्वार बन चुका है।” उन्होंने आयुष्मान, आधार, आवास और बिजली जैसी योजनाओं को केवल सरकारी स्कीम नहीं, बल्कि आम जन की गरिमा और सुरक्षा की गारंटी बताया।
उन्होंने यह भी कहा कि “बस्तर के युवाओं को हम केवल कौशल नहीं, बल्कि आत्मविश्वास देना चाहते हैं। हर घर में उजाला, हर हाथ में रोजगार और हर दिल में विश्वास — यही बस्तर की नई पहचान बनेगी।”
नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई
मुख्यमंत्री साय ने नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि “सरकार 31 मार्च 2026 तक नक्सल उन्मूलन का लक्ष्य लेकर चल रही है। केंद्र सरकार के सहयोग से इस दिशा में तीव्र प्रगति हो रही है।”
उन्होंने सुरक्षा बलों के साहस और रणनीति की सराहना की और कहा कि शांतिपूर्ण और सुरक्षित बस्तर ही हमारे विकास की बुनियाद है।
प्रशासनिक दिशा-निर्देश: योजनाओं में तेजी और पारदर्शिता
मुख्यमंत्री ने जाति प्रमाण पत्र की प्रक्रिया को सरल और समयबद्ध करने, स्वास्थ्य केंद्रों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने और अधूरी योजनाओं को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए।
उन्होंने उद्योग नीति में महिलाओं, अनुसूचित जातियों और स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता देने की बात दोहराई और बताया कि “जगदलपुर एयरपोर्ट से जल्द ही नियमित उड़ानें शुरू होंगी।” इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीण परिवहन व्यवस्था सुधारने और मोबाइल नेटवर्क की समस्याओं को दूर करने के निर्देश भी दिए।
जनभागीदारी और सांस्कृतिक चेतना को बल
बस्तर ओलंपिक और बस्तर पंडुम जैसे आयोजनों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये कार्यक्रम जनता की भागीदारी और विश्वास का प्रतीक हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि “जनप्रतिनिधियों की बातों को गंभीरता से लें और प्रशासनिक कार्यों में संवेदनशीलता बनाए रखें।”
उपमुख्यमंत्री और अधिकारियों का फोकस: समयसीमा में कार्य पूर्ण करें
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने भी बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि “बस्तर अब एक नई दिशा में बढ़ रहा है, और हमें निर्माण कार्यों को बारिश से पहले हर हाल में पूरा करना है।”
बस्तर संभाग के आयुक्त श्री डोमन सिंह ने बताया कि आयुष्मान योजना में 87.24% और आधार पंजीकरण में 96.37% की उपलब्धि दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री ने इन आंकड़ों को 100% तक पहुँचाने के निर्देश दिए।
बिजली, रोजगार और किसान योजनाओं में उल्लेखनीय प्रगति
विद्युतीकरण के मामले में बस्तर संभाग ने 95.89% लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। कांकेर जिले में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण हो चुका है। किसान क्रेडिट कार्ड योजना में 91.55% और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में 82.88% किसानों को लाभ मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि “स्थानीय युवाओं को कौशल विकास योजनाओं से जोड़कर शतप्रतिशत प्लेसमेंट सुनिश्चित किया जाएगा।”
इस बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, डीजीपी अरुण देव गौतम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह सहित सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
