नई दिल्ली : अगर आप बिना किसी खास वजह के बार-बार बीमार पड़ रहे हैं, हर समय थकान महसूस होती है या फिर हड्डियों और मांसपेशियों में लगातार दर्द बना रहता है, तो यह विटामिन-डी की कमी का संकेत हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, विटामिन-डी न सिर्फ हड्डियों को मजबूत बनाता है, बल्कि हमारी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बेहतर करता है।
क्या कहती है रिसर्च?
मायो क्लिनिक और मणिपाल हॉस्पिटल जैसे संस्थानों का मानना है कि आज की शहरी जीवनशैली में विटामिन-डी की कमी एक आम समस्या बनती जा रही है। लोग ज्यादातर समय घर या ऑफिस के अंदर बिताते हैं, जिससे उन्हें सूरज की जरूरी UVB किरणें नहीं मिल पातीं।
विटामिन-डी की कमी के लक्षण
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लगातार थकान रहना
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मूड स्विंग्स और डिप्रेशन
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हड्डियों व मांसपेशियों में दर्द
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बालों का झड़ना
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बार-बार इंफेक्शन होना
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चिड़चिड़ापन और कमजोरी
विटामिन-डी की कमी के मुख्य कारण
1. धूप से दूरी:
आजकल ज्यादातर लोग सुबह की धूप से दूर रहते हैं। UVB किरणों के अभाव में शरीर विटामिन-डी नहीं बना पाता।
2. सनस्क्रीन का अत्यधिक इस्तेमाल:
सनस्क्रीन त्वचा को तो बचाता है, लेकिन विटामिन-डी के बनने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है।
3. डाइट में विटामिन-डी युक्त भोजन की कमी:
फैटी फिश, अंडे की जर्दी, फोर्टिफाइड दूध आदि का सेवन न करना भी इसकी वजह बनता है।
विटामिन-डी के आसान स्रोत
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सुबह 10 से 20 मिनट की हल्की धूप
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साल्मन, टूना जैसी फैटी फिश
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अंडे की जर्दी
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विटामिन-डी युक्त दूध और अनाज
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डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट्स
