रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बीजापुर जिला मुख्यालय में आयोजित एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को जनकल्याणकारी योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए। इस मौके पर राज्य के मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, डीजीपी अरुण देव गौतम समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
पेयजल संकट पर फोकस, वैकल्पिक स्रोतों पर काम के निर्देश
बीजापुर जैसे आदिवासी और दूरस्थ जिलों में गर्मी के मौसम में भू-जल स्तर में गिरावट एक गंभीर चिंता है। इसको लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि नलकूपों की खुदाई के साथ-साथ वैकल्पिक जल स्रोतों पर भी काम किया जाए ताकि आने वाले समय में पेयजल संकट ना हो।
शिक्षा में नवाचार की तारीफ, समर कैंप और ‘बाल शिक्षा मित्र’ को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री श्री साय ने शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर भी अधिकारियों से रिपोर्ट ली। बताया गया कि समर कैंप और बाल शिक्षा मित्र जैसे प्रयोगों से बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ी है। उन्होंने इन्हें और ज्यादा संगठित और परिणाम देने वाला बनाने पर जोर दिया।
ग्रामीण बस सेवा पर बड़ा ऐलान, बस्तर-सर्गुजा को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सेवा योजना पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर और सरगुजा संभागों को मुख्य सड़कों से जोड़ने के लिए कलेक्टर बीजापुर और दंतेवाड़ा को रूट चिन्हांकन कर प्रस्ताव भेजने को कहा गया है।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास पर विशेष योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के लिए आवास, पुनर्वास और कौशल प्रशिक्षण की उचित व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही एनएमडीसी और निजी कंपनियों में रोजगार के लिए प्लेसमेंट कैंप भी लगाए जाएं।
सुशासन तिहार की तीसरी किस्त, खुद करेंगे जमीनी मूल्यांकन
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खुद सुशासन तिहार के तीसरे चरण में भाग लेकर विकास कार्यों की जमीनी सच्चाई का मूल्यांकन करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के वादे अधिकांश पूरे किए जा चुके हैं।
आदिवासी समुदाय को रोजगार से जोड़ने की पहल
उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदाय की आर्थिक उन्नति के लिए उन्हें प्राकृतिक कार्यों से जोड़ा जाएगा। अटल सेवा केंद्रों की शुरुआत से अब ग्रामीणों को बैंकिंग सेवाएं गांव में ही मिल सकेंगी।
बैठक के अंत में मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों से कहा कि टीम भावना से ही प्रशासनिक और विकासात्मक लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने जनता के कल्याण हेतु समर्पित भाव से कार्य करने की अपील की।
