छत्तीसगढ़ में खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी शुरू, निवेशकों को मिला नया औद्योगिक अवसर

छत्तीसगढ़ में खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी शुरू कर राज्य सरकार ने निवेश और औद्योगिक विकास को एक नई दिशा दी है। रायपुर के नवा रायपुर अटल नगर में आयोजित प्री-बिड सम्मेलन में राज्य के खनिज सचिव पी. दयानंद ने जानकारी दी कि 9 नए खनिज ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है, जिनमें चूना पत्थर, लौह अयस्क और बॉक्साइट शामिल हैं। इस पहल का उद्देश्य राज्य की समृद्ध खनिज संपदा का पारदर्शी वाणिज्यिक दोहन सुनिश्चित करना है।

28 से अधिक खनिजों की मौजूदगी, औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं

खनिज सचिव दयानंद के अनुसार, छत्तीसगढ़ में खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी शुरू होने के साथ-साथ 28 से अधिक प्रमुख खनिजों की उपलब्धता राज्य को एक खनिज हब बनाती है। कोयला, लीथियम, कोबाल्ट, टिन और रेयर अर्थ एलिमेंट्स जैसे महत्वपूर्ण खनिजों की खोज और दोहन के लिए स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा सक्रिय अनुसंधान किया जा रहा है।

चूना पत्थर, बॉक्साइट और लौह अयस्क में निवेश के बड़े अवसर

नीलामी प्रक्रिया में जिन 9 ब्लॉकों को शामिल किया गया है उनमें 4 चूना पत्थर, 3 बॉक्साइट और 2 लौह अयस्क ब्लॉक हैं। बलौदाबाजार, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में चूना पत्थर के 200 मिलियन टन से अधिक भंडार मौजूद हैं जिनमें औसतन 42% से अधिक कैल्शियम ऑक्साइड पाया गया है। यह छत्तीसगढ़ में खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी शुरू होने के बाद निवेशकों के लिए एक बड़ा औद्योगिक अवसर बन गया है।

ई-नीलामी प्रणाली की पारदर्शिता और तकनीकी मजबूती

खनिज विभाग के संचालक रजत बंसल ने बताया कि ई-नीलामी पोर्टल पर सभी विवरण उपलब्ध हैं, जिससे प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी और डिजिटल है। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में नीलामी की जा रही है वहां रेलवे और सड़क जैसी आधारभूत सुविधाएं और स्थानीय श्रमशक्ति पहले से ही मौजूद है।

स्थानीय विकास और रोजगार की नई उम्मीद

इन खनिज क्षेत्रों में प्रति वर्ष 3-4 मिलियन टन उत्पादन क्षमता वाले उद्योगों की स्थापना की संभावनाएं हैं। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और राज्य के पिछड़े क्षेत्रों का समग्र विकास सुनिश्चित हो सकेगा। छत्तीसगढ़ में खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी शुरू होना केवल निवेश का द्वार नहीं, बल्कि आर्थिक समृद्धि की ओर बढ़ाया गया कदम है।

निवेशकों के लिए पूर्ण सहयोग और समयबद्ध स्वीकृतियां

राज्य सरकार की मंशा निवेशकों को सभी आवश्यक अनुमतियां समयबद्ध और पारदर्शी रूप से प्रदान करने की है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार खनिज आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

छत्तीसगढ़ में खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी शुरू होना राज्य की औद्योगिक प्रगति के लिए एक निर्णायक कदम है। यह पहल न केवल निवेशकों को आकर्षित करेगी, बल्कि छत्तीसगढ़ को देश के खनिज एवं औद्योगिक नक्शे पर और अधिक मजबूत स्थान दिलाएगी।

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu