Health Insurance Claim अब कुछ घंटों की भर्ती पर भी मिलेगा, इंश्योरेंस पॉलिसियों में आया बड़ा बदलाव

रायपुर : मेडिकल साइंस में आए बदलाव और आधुनिक उपचार तकनीकों के कारण अब मरीजों को लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहने की आवश्यकता नहीं पड़ती। इसी के चलते अब Health Insurance Claim से संबंधित नियमों में भी बीमा कंपनियां बदलाव कर रही हैं। अब कुछ इंश्योरेंस कंपनियां ऐसी पॉलिसियां लेकर आई हैं, जिनके तहत केवल कुछ घंटों की अस्पताल भर्ती पर भी क्लेम मिल सकता है।

मिनिमली इनवेसिव सर्जरी और डे केयर प्रोसीजर का असर

आज के समय में मेडिकल क्षेत्र में मिनिमली इनवेसिव सर्जरी, डे केयर प्रोसीजर और लेजर ट्रीटमेंट जैसे अत्याधुनिक विकल्प आम हो गए हैं। इन तकनीकों की मदद से जटिल सर्जरी भी अब कुछ ही घंटों में पूरी हो जाती हैं।

कुछ उदाहरण:
  • मोतियाबिंद की सर्जरी

  • लैप्रोस्कोपिक गॉलब्लैडर ऑपरेशन

  • डेंटल इम्प्लांट सर्जरी

  • स्किन लेजर ट्रीटमेंट

पहले इन मामलों में Health Insurance Claim मिलने में अड़चनें आती थीं, लेकिन अब बीमा कंपनियां इस ओर लचीलापन दिखा रही हैं।

क्या बदल रहा है बीमा कंपनियों की पॉलिसी में?

बीमा कंपनियां अब अपने क्लेम नियमों में डे केयर ट्रीटमेंट को भी कवर कर रही हैं। इसका लाभ उन ग्राहकों को होगा जो छोटी सर्जरी या कुछ घंटों के उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती होते हैं।

मुख्य बातें:
बदलाव फायदा
डे केयर को क्लेम कवरेज कम समय में भी क्लेम संभव
एडवांस सर्जरी को कवरेज हाई टेक इलाज के खर्च की भरपाई
पुराने पॉलिसी होल्डर्स को भी लाभ नई सुविधाएं रेट्रोएक्टिव लागू
ग्राहकों को क्या मिलेगा लाभ?

इन पॉलिसियों का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब ग्राहकों को क्लेम प्राप्त करने के लिए 24 घंटे या उससे अधिक की अनिवार्य हॉस्पिटलाइजेशन की जरूरत नहीं होगी।

किसे मिलेगा सबसे ज्यादा लाभ?
  • सीनियर सिटीजन जो रेगुलर ट्रीटमेंट करवाते हैं

  • कॉर्पोरेट कर्मचारी जिनका समय सीमित होता है

  • छोटे शहरों में इलाज करवाने वाले मरीज

  • महिलाएं जो डे सर्जरी ऑप्शन चुनती हैं

बीमा कंपनियों का उद्देश्य क्या है?

बीमा कंपनियों का उद्देश्य अब सिर्फ जोखिम कवर करना नहीं, बल्कि ग्राहकों को मानसिक शांति देना भी है। Health Insurance Claim के नियमों में लचीलापन लाकर वे अपने नेटवर्क को भी मजबूत बना रही हैं और अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा से जोड़ रही हैं।

मेडिकल टेक्नोलॉजी के साथ-साथ Health Insurance Claim से जुड़ी पॉलिसियों में भी क्रांतिकारी बदलाव हो रहे हैं। डे केयर प्रोसीजर और कुछ घंटों की हॉस्पिटलाइजेशन पर क्लेम की सुविधा बीमा क्षेत्र में एक बड़ा सुधार है। यह न केवल ग्राहकों को त्वरित राहत देगा, बल्कि बीमा को और अधिक व्यवहारिक और भरोसेमंद बनाएगा।

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu