डेंगू के बढ़ते मामले और हेल्थ अलर्ट
नई दिल्ली । देश के कई हिस्सों में हो रही लगातार बारिश के चलते मानसून में डेंगू का कहर तेजी से फैल रहा है। दिल्ली, मुंबई, पटना और लखनऊ जैसे बड़े शहरों में डेंगू के केसों में अचानक इजाफा देखा गया है। इस पर संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को सतर्क रहने और डेंगू की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
हेल्थ मिनिस्ट्री की एडवाइजरी में क्या कहा गया?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में स्पष्ट किया है कि मानसून के दौरान जलजमाव और सफाई की कमी की वजह से डेंगू के लार्वा तेजी से पनपते हैं। इसीलिए स्थानीय प्रशासन को निम्नलिखित कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं:
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सभी प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग और एंटी-लार्वा स्प्रे कराएं।
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साफ-सफाई अभियान चलाएं।
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स्थानीय स्तर पर निगरानी बढ़ाएं।
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जनजागरूकता अभियान चलाकर लोगों को सतर्क करें।
मानसून में डेंगू का कहर: क्या हैं प्रमुख लक्षण?
मानसून में डेंगू का कहर बढ़ते ही निम्नलिखित लक्षणों पर विशेष ध्यान देना चाहिए:
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तेज बुखार
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आंखों के पीछे दर्द
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शरीर में कमजोरी और तेज दर्द
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रैशेज या त्वचा पर लाल चकत्ते
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नाक या मसूड़ों से खून आना
यदि इनमें से कोई भी लक्षण नजर आए तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।
डेंगू से कैसे बचें? अपनाएं ये उपाय
1. पानी जमा न होने दें
घर के आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि वही डेंगू मच्छरों का प्रजनन स्थल बनता है।
2. वॉटर कंटेनर को ढककर रखें
पानी की टंकियों, ड्रम और बकेट को हमेशा ढककर रखें।
3. मच्छरदानी और रिपेलेंट का इस्तेमाल करें
रात को सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें और दिन में मच्छर भगाने वाले क्रीम या लिक्विड रिपेलेंट का इस्तेमाल करें।
4. फुल स्लीव कपड़े पहनें
खासकर सुबह और शाम के समय जब मच्छरों की सक्रियता अधिक होती है, शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनें।
मानसून में डेंगू का कहर: क्यों होता है ज्यादा खतरा?
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बारिश के बाद जगह-जगह पानी भरने से मच्छरों को पनपने का मौका मिलता है।
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ह्यूमिड मौसम डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लिए अनुकूल होता है।
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शहरी इलाकों में कचरे और खुली नालियों की वजह से डेंगू फैलने की संभावना और बढ़ जाती है।
