📚 नियद नेल्लानार योजना: शिक्षा, आत्मविश्वास और विकास की ओर बढ़ता बस्तर
नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत सुकमा जिले की सुदूरवर्ती पंचायतों के 100 स्कूली बच्चों का राजधानी रायपुर का दो दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण राज्य सरकार की दूरदर्शिता और संवेदनशीलता का स्पष्ट उदाहरण है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 15 जुलाई 2025 को छत्तीसगढ़ विधानसभा में इन बच्चों से आत्मीय मुलाकात की और इस पहल को बस्तर के भविष्य निर्माण की दिशा में एक मजबूत कदम बताया।
🔹 बच्चों के साथ आत्मीय संवाद और स्वागत
मुख्यमंत्री श्री साय ने बच्चों से उनके अनुभव पूछे और उन्हें रायपुर में गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने बताया कि यह भ्रमण सिर्फ राजधानी दर्शन नहीं, बल्कि एक प्रेरणा है जिससे बच्चों को राज्य के विकास कार्यों की जानकारी मिलती है।
🔹 बस्तर के लिए सरकार की प्राथमिकताएँ
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि बस्तर का समग्र विकास राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। नियद नेल्लानार योजना जैसी पहलें इस बात का प्रमाण हैं कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं अब सुदूर अंचलों तक पहुँच रही हैं।
🔹 नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की नई राह
सरकार की रणनीति के अंतर्गत अब सुरक्षा बलों के कैंप सुदूर गाँवों में स्थापित हो रहे हैं, जिससे वहां विकास के नए द्वार खुल रहे हैं। राशन दुकानें, स्वास्थ्य केंद्र और स्कूल अब इन क्षेत्रों की पहचान बनते जा रहे हैं।
🔹 मुख्यमंत्री का प्रेरणादायक संवाद
मुख्यमंत्री साय ने बच्चों से मुस्कराते हुए पूछा — “बस्तर के शेर बच्चों ने रायपुर के जंगल सफारी में शेर देखा या नहीं?” इस हल्के-फुल्के संवाद ने माहौल को हर्षोल्लास से भर दिया। इसके साथ उन्होंने आत्मनिर्भर बस्तर की दिशा में हो रहे कार्यों की भी चर्चा की।
🔹 शिक्षा के साथ रोजगार का संकल्प
राज्य सरकार बच्चों की शिक्षा के साथ-साथ उनके परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए दुग्ध उत्पादन जैसे स्वरोजगार से जोड़ रही है। यह समग्र विकास मॉडल नियद नेल्लानार योजना को और भी सार्थक बनाता है।
🔹 भ्रमण का उद्देश्य और विस्तार
सुकमा के पालाचलमा, पोटकपल्ली, एलमागुंडा, ताड़मेटला एवं गोलापल्ली पंचायतों से आए 100 बच्चे मंत्रालय, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और जंगल सफारी जैसे स्थानों का भ्रमण कर ज्ञानवर्धन कर रहे हैं। यह बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की एक अनोखी पहल है।
नियद नेल्लानार योजना शिक्षा, विकास और आत्मनिर्भरता की त्रिवेणी है जो बस्तर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों को मुख्यधारा में लाने में अहम भूमिका निभा रही है। राज्य सरकार की यह पहल न सिर्फ बच्चों को बेहतर भविष्य देने की दिशा में है, बल्कि यह पूरे प्रदेश के समरस और समावेशी विकास का प्रतीक है।
