कुरूद— सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल कुरूद रक्षा बंधन उत्सव आज दिनांक 08/08/2025, दिन शुक्रवार को दोपहर 3:30 बजे बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस विशेष अवसर पर स्कूल के सभी विद्यार्थी, शिक्षकगण और आमंत्रित अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को स्नेह, सम्मान और सांस्कृतिक मूल्यों के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ
रक्षा बंधन उत्सव का शुभारंभ पारंपरिक विधि से किया गया। बहनों ने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधी और उनके दीर्घायु व सुख-समृद्धि की कामना की। वहीं भाइयों ने बहनों को उपहार स्वरूप मिठाई और स्नेह भेंट किया। कार्यक्रम में सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल कुरूद रक्षा बंधन उत्सव की सांस्कृतिक झलक स्पष्ट दिखाई दी।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और भाषण
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने देशभक्ति और भाई-बहन के प्रेम पर आधारित नृत्य और गीत प्रस्तुत किए। शिक्षकों ने रक्षा बंधन के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला।
रक्षा बंधन का महत्व जानने के लिए Wikipedia पर रक्षा बंधन देखें।
अतिथियों की उपस्थिति और आशीर्वचन
कार्यक्रम में स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों और स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों ने भी शिरकत की। उन्होंने विद्यार्थियों को भाई-बहन के रिश्ते की पवित्रता को बनाए रखने और समाज में प्रेम और भाईचारे का संदेश फैलाने की प्रेरणा दी।
विद्यालय की पहल
विद्यालय प्रशासन ने बताया कि सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल कुरूद रक्षा बंधन उत्सव जैसे कार्यक्रम बच्चों में सांस्कृतिक और पारिवारिक मूल्यों को मजबूत करते हैं। साथ ही, यह कार्यक्रम आपसी एकजुटता और परस्पर सम्मान को बढ़ावा देता है।
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विद्यार्थियों की खुशी
बच्चों ने उत्साहपूर्वक राखी बांधी और मिठाई बांटी। इस अवसर पर हर कोई मुस्कुराता और खुश नजर आया। विद्यालय परिसर में भाई-बहन के प्रेम का वातावरण स्पष्ट महसूस किया जा सकता था।
सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल कुरूद रक्षा बंधन उत्सव सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि संस्कार, संस्कृति और भाईचारे का अद्भुत संगम है। यह कार्यक्रम बच्चों को भारतीय परंपराओं से जोड़ने और उनमें सामाजिक जिम्मेदारी की भावना जगाने का माध्यम बना।
