🌧️ भारी बारिश से मेघा एनिकट ओवरफ्लो, मार्ग हुआ खतरनाक
भारी बारिश के कारण मेघा एनिकट ओवरफ्लो हो रहा है, जिससे कुरूद-मगरलोड मार्ग पर आवागमन करने वालों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पहले ही मेघा पुल टूटने और रपटा बह जाने के बाद लोगों के लिए एनिकट का रास्ता ही एकमात्र विकल्प बचा था। लेकिन अब लगातार हो रही बारिश से एनिकट पर पानी भर जाने के कारण यह रास्ता भी बेहद खतरनाक हो गया है।
🚸 छात्र और शिक्षक जोखिम उठाकर कर रहे पार
सबसे अधिक परेशानी स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्रों व शिक्षकों को उठानी पड़ रही है। वे रोजाना अपनी जान को जोखिम में डालकर एनिकट पार कर रहे हैं। तेज बहाव और पानी का ओवरफ्लो उनकी सुरक्षा को गंभीर खतरे में डाल रहा है।
⚠️ प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन इस स्थिति पर पूरी तरह बेखबर है। सुरक्षा इंतजाम के नाम पर कुछ भी नहीं किया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है। यह स्थिति बताती है कि ग्रामीणों की सुरक्षा सरकार और प्रशासन की प्राथमिकता में नहीं है।
🌍 मेघा एनिकट का महत्व
मेघा एनिकट कुरूद-मगरलोड मार्ग पर स्थित है और यह हजारों ग्रामीणों की जीवनरेखा है। यह क्षेत्र कृषि और शिक्षा दोनों के लिए अहम है। एनिकट (Anicut) का उपयोग ग्रामीण इलाकों में जल संग्रहण और सिंचाई के लिए किया जाता है। लेकिन जब ऐसे संरचनाएं ओवरफ्लो होती हैं, तो यह आपदा का कारण भी बन सकती हैं।
📢 स्थानीय लोगों की मांग
ग्रामीणों ने मांग की है कि एनिकट पर अस्थायी सुरक्षा व्यवस्था की जाए और जल्द से जल्द स्थायी पुल का निर्माण हो। साथ ही, आवागमन के लिए सुरक्षित विकल्प उपलब्ध कराए जाएँ।
मेघा एनिकट ओवरफ्लो की स्थिति स्थानीय लोगों, विशेषकर छात्रों और शिक्षकों के लिए गंभीर खतरा बन चुकी है। प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं और ग्रामीण सुरक्षा इंतजाम की मांग कर रहे हैं। अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो यह स्थिति एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
