कुरुद : कुरुद में मितानिन संघ का चक्का जाम आंदोलन सोमवार को तब बड़ा रूप ले लिया जब मितानिनों को रायपुर जाने से रोका गया। प्रशासनिक रोक का विरोध करते हुए मितानिन संगठन ने स्टेट हाइवे भखारा-सेमरा चौक पर अचानक जाम लगा दिया। करीब एक घंटे तक यातायात पूरी तरह ठप रहा और ग्रामीणों, यात्रियों तथा वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
चक्का जाम से ठप हुई सड़क व्यवस्था
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अचानक हुए इस कदम से स्टेट हाइवे पर दोनों ओर कई किलोमीटर लंबी गाड़ियों की कतारें लग गईं।
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बसें, ट्रक और निजी वाहन फंसे रहे जिससे यात्रियों को खासी दिक्कत झेलनी पड़ी।
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मौके पर पुलिस और प्रशासनिक अमला पहुंचा और काफी समझाइश के बाद मितानिनों को रायपुर जाने की अनुमति देनी पड़ी।
मितानिनों की नाराजगी और मांगें
मितानिन संघ की महिलाएं लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं।
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मानदेय वृद्धि
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स्थायीकरण की मांग
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कार्य के अनुसार सम्मानजनक वेतन
इन मुद्दों को लेकर वे रायपुर में आयोजित होने वाले बड़े आंदोलन में शामिल होने जा रही थीं। लेकिन, कुरुद और भखारा-सेमरा में प्रशासन ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इससे नाराज होकर उन्होंने चक्का जाम कर दिया।
प्रदेशव्यापी आंदोलन की तैयारी
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मितानिन संघ के करीब 75 हजार सदस्य पूरे छत्तीसगढ़ से रायपुर पहुंचने की तैयारी में हैं।
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उनका लक्ष्य है कि नवा रायपुर स्थित सीएम हाउस का घेराव किया जाए।
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प्रशासनिक रोक के बावजूद मितानिनें अपनी मांगों को लेकर अडिग दिखीं।
प्रशासन की मुश्किलें
जिला प्रशासन ने कई जगह बैरिकेडिंग कर मितानिनों को रोकने की कोशिश की, लेकिन विरोध और जाम के चलते हालात संभालना चुनौती बन गया।
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प्रशासनिक दबाव और समय-समय पर रोकने की कोशिश ने आंदोलन को और मजबूत बना दिया।
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आखिरकार मितानिनों के आगे प्रशासन को झुकना पड़ा और उन्हें रायपुर जाने की अनुमति मिली।
कुरुद में मितानिन संघ का चक्का जाम यह दिखाता है कि प्रदेश की मितानिनें अब अपनी आवाज बुलंद करने से पीछे नहीं हटेंगी। रायपुर घेराव की तैयारी और लगातार विरोध प्रदर्शनों से साफ है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, यह आंदोलन जारी रहेगा।
