कुरुद निवासी स्नेहा देवांगन ने नीट परीक्षा में 477 अंक हासिल कर पाया एमबीबीएस में प्रवेश
कुरुद निवासी स्नेहा देवांगन ने नीट परीक्षा में 477 अंक हासिल कर एमबीबीएस में प्रवेश पाया, जिससे पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे कुरुद क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।
परिवार की संघर्ष और शिक्षा के प्रति लगन
स्नेहा देवांगन के पिता अजय देवांगन एक छोटी सी हार्डवेयर दुकान चलाते हैं, जबकि माता बबीता देवांगन घर पर सिलाई-कढ़ाई सिखाती हैं। आर्थिक परिस्थितियाँ भले ही सामान्य रही हों, लेकिन परिवार ने हमेशा शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र को महत्व दिया।
उनके दादा स्व. टेकचंद देवांगन आयुर्वेदिक चिकित्सक रहे हैं। यही प्रेरणा स्नेहा को मिली और उन्होंने अपने दादा के अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए नीट की कठिन परीक्षा की तैयारी की।
सफलता के पीछे कड़ी मेहनत
नीट परीक्षा भारत की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। लाखों विद्यार्थी हर साल इस परीक्षा में शामिल होते हैं। ऐसे में स्नेहा देवांगन का 477 अंक लाना और एमबीबीएस में प्रवेश पाना उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय का परिणाम है।
विधायक अजय चंद्राकर की शुभकामनाएँ
कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने स्नेहा देवांगन और उनके परिवार से मुलाकात कर इस उपलब्धि पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सफलता न केवल स्नेहा बल्कि पूरे क्षेत्र की बेटियों के लिए प्रेरणा है। विधायक ने उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ भी दीं।
क्षेत्र की बेटियों के लिए प्रेरणा
स्नेहा देवांगन की सफलता से कुरुद क्षेत्र की अन्य बेटियों को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। यह सिद्ध करता है कि यदि दृढ़ संकल्प और मेहनत हो तो किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
NEET परीक्षा का महत्व
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) भारत के मेडिकल संस्थानों में प्रवेश पाने का प्रमुख माध्यम है।
