कुरुद में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर और आयुष स्वास्थ्य जांच से सैकड़ों लोग लाभान्वित, 41 यूनिट रक्तदान प्राप्त किया

कुरुद में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर एवं आयुष स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन

कुरुद । कुरुद में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर एवं आयुष स्वास्थ्य जांच का आयोजन ग्राम सेमरा बारना में बड़े उत्साह के साथ किया गया। इस शिविर में 41 यूनिट रक्तदान प्राप्त किया गया और सैकड़ों लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिला।

यह आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना रजत महोत्सव के 25वें वर्ष और हर दिन हर घर आयुर्वेद अभियान के तहत किया गया, जिसमें आसपास के ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

ग्रामीणों को मिला व्यापक लाभ

इस शिविर में सेमरा, बारना, सिवनी खुर्द, देवरी, देवपुर, सिंधौरी खुर्द और दोनर गांवों के लोग शामिल हुए।

  • 310 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार किया गया।

  • 30 लोगों की शुगर जांच हुई।

  • 100 व्यक्तियों का ब्लड प्रेशर, सिकलिंग और ब्लड ग्रुप परीक्षण किया गया।

रक्तदान में दिखा युवाओं का उत्साह

आनंद गणेशोत्सव समिति सेमरा के सहयोग से आयोजित रक्तदान में युवाओं का विशेष उत्साह देखने को मिला। कुल 41 यूनिट रक्तदान हुआ। रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए हेलमेट भेंट किए गए, जिससे सड़क सुरक्षा के प्रति भी जागरूकता फैलाई गई।

बच्चों और महिलाओं पर विशेष ध्यान

शिविर में बच्चों को स्वर्णप्राशन संस्कार पिलाया गया, जो आयुर्वेदिक परंपरा के अनुसार रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। वहीं महिलाओं और ग्रामीणों को आयुर्वेद, आहार-विहार और स्वास्थ्य जागरूकता से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।

अधिकारियों और विशेषज्ञों की मौजूदगी

इस अवसर पर कई अधिकारी और चिकित्सा विशेषज्ञ मौजूद रहे, जिनमें शामिल थे:

  • नेहरू निषाद (अध्यक्ष, अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग)

  • डॉ. खिलेश साहू (आयुष विभाग)

  • डॉ. सोना कश्यप, डॉ. नेहा पाटले

  • फार्मासिस्ट कृपाराम साहू

  • सामाजिक कार्यकर्ता और ग्रामीण प्रतिनिधि

राज्य स्थापना रजत महोत्सव से जुड़ा अभियान

यह आयोजन छत्तीसगढ़ सरकार के रजत महोत्सव और आयुष विभाग की योजनाओं का हिस्सा है। इसका उद्देश्य है:

  • ग्रामीणों में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाना।

  • निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना।

  • लोगों को रक्तदान जैसे मानवीय कार्यों के लिए प्रेरित करना।

कुरुद में आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर एवं आयुष स्वास्थ्य जांच ने ग्रामीणों को न केवल स्वास्थ्य सेवाएं दीं बल्कि उन्हें स्वास्थ्य जागरूकता से भी जोड़ा। 41 यूनिट रक्तदान और सैकड़ों लोगों के परीक्षण ने यह साबित किया कि सामूहिक प्रयास से समाज में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।

 

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Author: Bharti Sahu