अपराजिता के फूल : धार्मिक महत्व और आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर अद्भुत पौधा

नई दिल्ली । अपराजिता के फूल (बटरफ्लाई पी) नीले और सफेद रंग में पाए जाते हैं। यह फूल न केवल सुंदरता और आकर्षण के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि धार्मिक मान्यताओं और आयुर्वेदिक औषधियों में भी इनका विशेष स्थान है। हिंदू धर्म में इसे बेहद शुभ और पवित्र माना गया है। मान्यता है कि घर में अपराजिता के पौधे लगाने से सुख-समृद्धि आती है और देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।

धार्मिक महत्व of अपराजिता के फूल

अपराजिता के फूल कई देवी-देवताओं को प्रिय हैं। इन्हें चढ़ाने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।

  • भगवान शिव और भगवान विष्णु को चढ़ाना शुभ माना गया है।

  • मां दुर्गा और माता लक्ष्मी को यह फूल अर्पित करने से धन-समृद्धि मिलती है।

  • शनि देव और हनुमान जी की पूजा में अपराजिता का फूल चढ़ाना विशेष लाभकारी है।

मान्यता है कि अपराजिता के फूल चढ़ाने से जीवन की परेशानियां दूर होती हैं और भक्त को सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।

आयुर्वेद में अपराजिता के फूल का महत्व

अपराजिता के फूल आयुर्वेदिक चिकित्सा में कई रोगों के उपचार में उपयोग किए जाते हैं। इसकी जड़, फूल और पत्तियां सभी औषधीय गुणों से भरपूर हैं।

  • स्मरण शक्ति बढ़ाने में सहायक – यह दिमाग को सक्रिय करता है और याददाश्त मजबूत बनाता है।

  • तनाव और चिंता से राहत – इसका सेवन मानसिक शांति प्रदान करता है और अनिद्रा में भी उपयोगी है।

  • पीरियड्स की समस्या में लाभकारी – अत्यधिक रक्तस्राव और अनियमित पीरियड्स में यह उपयोगी है।

  • आंखों के लिए लाभकारी – कंजेक्टिवाइटिस और आंखों की अन्य समस्याओं में मदद करता है।

  • संक्रमण से बचाव – इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण घाव जल्दी भरने में सहायक हैं।

  • वजन घटाने और ब्लड शुगर कंट्रोल – एंटीऑक्सीडेंट गुण मोटापे को कम करने और डायबिटीज कंट्रोल में मदद करते हैं।

  • हृदय स्वास्थ्य बेहतर बनाता है – हृदय की कार्यक्षमता बढ़ाने और रक्त संचार सुधारने में मदद करता है।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण

अपराजिता के फूलों में प्राकृतिक एंथोसायनिन वर्णक पाया जाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर की कोशिकाओं को सुरक्षित रखता है और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।

घर में अपराजिता के पौधे लगाने के लाभ
  • घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

  • वातावरण शुद्ध और पवित्र माना जाता है।

  • देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है।

  • सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है।

अपराजिता के फूल धार्मिक आस्था और आयुर्वेदिक औषधीय गुणों का संगम हैं। इन्हें देवी-देवताओं को अर्पित करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है, वहीं इनका सेवन स्वास्थ्य को मजबूत बनाता है। वास्तव में, अपराजिता के फूल को जीवन में शामिल करना न केवल आध्यात्मिक शांति देता है, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी वरदान है।

 

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu