बिजली बिल हाफ योजना बंद होने से जनता पर बढ़ा बोझ, महंगाई में मिली दोहरी मार

बिजली बिल हाफ योजना बंद होने से जनता पर बढ़ा बोझ

कुरुद । महंगाई के दौर में राहत देने की बजाय सरकार ने बिजली बिल हाफ योजना बंद कर दी है। इस फैसले से प्रदेश की जनता पर अचानक दो से तीन गुना बिजली बिल का बोझ बढ़ गया है। पहले जिन परिवारों को हर महीने 400 से 500 रुपये का बिल आता था, इस बार उन्हें 800 से 1500 रुपये तक का भुगतान करना पड़ रहा है।

400 यूनिट तक की छूट बंद, सिर्फ 100 यूनिट पर राहत

नई व्यवस्था में 400 यूनिट तक की छूट को घटाकर सिर्फ 100 यूनिट तक सीमित कर दिया गया है।

  • इस फैसले से करीब 90% उपभोक्ता बाहर हो गए हैं।

  • ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोग अब दोगुना बिल चुका रहे हैं।

  • यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो जनता सड़कों पर उतर सकती है।

उपभोक्ताओं की बढ़ती नाराजगी

कुरुद के रमेशर साहू, राजेश निर्मलकर, बिष्णु साहूऔर रहीम भाई ने बताया कि पहले वे बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च कर पाते थे, लेकिन अब बिजली बिल दोगुना हो गया है।

  • पहले बिल 400–500 रुपये आता था।

  • अब 800–1500 रुपये तक का बिल आ रहा है।

गांव-गांव में गुस्सा
  • भखारा क्षेत्र  के ग्राम जोरातराई से ईश्वरलाल साहू, मोरध्वज, गैंदलाल, रमेश, यशवंत साहू ग्रामीण किसानों ने भी यही दुखड़ा सुनाया। पहले जहां 250–300 रुपये का बिल आता था, अब 600–900 रुपये तक देना पड़ रहा है।

  • अब 100 यूनिट से अधिक खपत होने पर बिल सीधा दोगुना आ रहा है।

  • बगदेही के किसान सनत साहू, युवराज, मेघनाथ, ठाकुरराम, तुलसी, मेंघू, ऋषि साहू, उदय ध्रुवंशी, युगल यादव, दीपक साहू ग्रामीणों का कहना है कि गरीब परिवारों पर यह अन्याय है।

बिजली बिल हाफ योजना क्यों थी जरूरी?
  • गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत मिलती थी।

  • लोग अपनी आय बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और जरूरी खर्चों में लगा पाते थे।

  • महंगाई के दौर में यह योजना राहत का साधन थी।

सरकार से मांग

ग्रामीणों और किसानों ने एकजुट होकर सरकार से मांग की है कि:

  • बिजली बिल हाफ योजना को फिर से लागू किया जाए।

  • गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत दी जाए।

  • नई टैरिफ पर तुरंत पुनर्विचार किया जाए।

बिजली बिल हाफ योजना बंद होने से प्रदेश की जनता पर अचानक बोझ बढ़ गया है। गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। अगर सरकार ने जल्द इस फैसले पर पुनर्विचार नहीं किया, तो लोगों का गुस्सा आंदोलन में बदल सकता है। इसलिए जनता की मांग है कि बिजली बिल हाफ योजना को तत्काल पुनः लागू किया जाए।

 

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu