धमतरी जिला अस्पताल में लावारिस नवजात बच्ची सुरक्षित
धमतरी। कुछ दिन पहले सड़क किनारे लावारिस हालत में मिली लावारिस नवजात बच्ची जिला अस्पताल में सुरक्षित है और अब सभी की दुलारी बन चुकी है। अस्पताल प्रशासन, डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की देखभाल में बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है।
माँ का दूध और मातृत्व का स्पर्श
अस्पताल प्रशासन की पहल पर शिशु को माँ का दूध भी उपलब्ध कराया जा रहा है। कई दयालु माताएँ उसे न केवल दुलार रही हैं, बल्कि अपना दूध पिलाकर मातृत्व का कर्तव्य निभा रही हैं। यही कारण है कि लावारिस नवजात बच्ची जिला अस्पताल में सुरक्षित रहते हुए अब तेजी से वजन भी बढ़ा रही है और स्वस्थ हो रही है।
डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की भूमिका
अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची बिल्कुल स्वस्थ है। नर्सिंग स्टाफ भी उसे गोद में लेकर समय-समय पर देखभाल कर रहे हैं। नियमित जांच की जा रही है और बच्ची को किसी भी तरह की समस्या नहीं है।
समय पर बचाई गई मासूम की जान
इस घटना में बड़ी करेली चौकी की अहम भूमिका रही। पुलिस ने समय रहते नवजात को अस्पताल भर्ती कराया, जिससे उसकी जान बच गई। स्थानीय लोगों ने भी इस कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यह मानवता की बड़ी मिसाल है।
जिला प्रशासन से अपील
अस्पताल प्रशासन ने जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि बच्ची के पालन-पोषण और भविष्य की जिम्मेदारी तय की जाए। फिलहाल शिशु अस्पताल की निगरानी में पूरी तरह सुरक्षित है, लेकिन उसके आगे के जीवन को लेकर जरूरी कदम उठाना आवश्यक है।
मानवता का संदेश
इस घटना ने समाज को यह संदेश दिया है कि हर जीवन अनमोल है। जिस बच्ची को उसकी माँ ने छोड़ दिया, वही अब कई माताओं के स्नेह और दुलार से नई उम्मीद पा रही है।
यह घटना साबित करती है कि लावारिस नवजात बच्ची जिला अस्पताल में सुरक्षित रहते हुए अब स्वस्थ और सुरक्षित जीवन की ओर बढ़ रही है। समाज और प्रशासन की संयुक्त जिम्मेदारी है कि इस बच्ची का भविष्य संवारने में कोई कमी न रहे।







