कुरुद में कोल घोटाले के आरोपी गिरफ्तार, गुजरात पुलिस ले गई रिमांड पर

कोल घोटाले के आरोपी गिरफ्तार

कुरुद । लंबे समय से फरार चल रहे और कोल घोटाले के आरोपी गिरफ्तार होने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। गुजरात पुलिस ने कुरुद पुलिस की मदद से बुधवार रात दो आरोपियों को दबोच लिया। दोनों पर लगभग 200 करोड़ रुपए की ठगी का आरोप है। बताया जा रहा है कि आरोपी कुरुद में पिछले एक महीने से छिपकर रह रहे थे और स्थानीय लोगों को भनक तक नहीं लगी।

भाजपा नेता के घर से पकड़े गए आरोपी

गुजरात पुलिस की टीम बुधवार देर रात कुरुद पहुंची और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर भाजपा नेता सुरेश अग्रवाल के घर से फरार आरोपी संजय अग्रवाल और सचिन अग्रवाल को गिरफ्तार किया। इस खबर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हो रही है। लोगों का कहना है कि इतने बड़े घोटाले के आरोपी आखिरकार इतने दिनों तक कैसे खुलेआम घूमते रहे।

हाई प्रोफाइल मामला, दबाव की कोशिश नाकाम

सूत्रों के अनुसार, आरोपियों को पकड़ने के बाद कुछ छुटभैये लोगों ने उन्हें छुड़ाने के लिए पुलिस पर राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिश की। लेकिन चूंकि यह मामला गुजरात से जुड़ा हुआ है और केंद्रीय गृहमंत्री के राज्य का है, इसलिए किसी की भी सिफारिश काम नहीं आई। नतीजा यह हुआ कि कोल घोटाले के आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए और उन्हें कोर्ट में पेश किया गया।

कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पर ले जाई गई टीम

गुरुवार को दोनों आरोपियों को व्यवहार न्यायालय में पेश किया गया। अदालत ने आरोपियों को गुजरात पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर गुजरात ले जाया गया। पुलिस का कहना है कि अब आगे की पूछताछ वहीं होगी।

सोशल मीडिया में उठे सवाल

आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद से ही सोशल मीडिया में भाजपा नेता की भूमिका पर चर्चा छिड़ गई है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि इतने बड़े मामले के आरोपी आखिर कैसे कुरुद में महीनों तक आराम से रह रहे थे। एक स्थानीय जागरूक युवक ने कहा कि आरोपी गुजरात पासिंग गाड़ी में खुलेआम घूमते थे, लेकिन हमें लगा कि वे साधारण मेहमान हैं। गिरफ्तारी के बाद ही असली सच्चाई सामने आई कि वे भगोड़े थे।

कोल घोटाले का पृष्ठभूमि

भारत में कोयला खदान आवंटन घोटाले, जिसे आमतौर पर कोल घोटाला कहा जाता है, देश के सबसे बड़े घोटालों में से एक माना जाता है। इसमें हजारों करोड़ रुपये की हेराफेरी सामने आई थी। अब कुरुद में कोल घोटाले के आरोपी गिरफ्तार होने से इस मामले को लेकर फिर से चर्चाएं तेज हो गई हैं।

कुरुद में गुजरात पुलिस और स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई से यह साफ हो गया कि कानून के शिकंजे से कोई नहीं बच सकता। 200 करोड़ की ठगी से जुड़े कोल घोटाले के आरोपी गिरफ्तार होने के बाद अब जनता को उम्मीद है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई होगी। यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि न्याय के रास्ते में चाहे कितनी भी राजनीतिक बाधाएं क्यों न आएं, सच अंततः सामने आता ही है।

 

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu