कुरुद । कृषि मोबाइल एप्लिकेशन प्रशिक्षण के तहत कुरूद चर्रा स्थित शासकीय कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र द्वारा किसानों और महिला स्वसहायता समूहों के लिए व्यवहारिक प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों को मोबाइल आधारित कृषि सलाह, मौसम पूर्वानुमान, प्राकृतिक आपदा चेतावनी, फसल रोग एवं कीट पहचान, बाजार भाव और मूल्य तुलना जैसे महत्वपूर्ण विषयों से जुड़ी डिजिटल जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रम का उद्देश्य: डिजिटल कृषि का विस्तार
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ना और उन्हें मोबाइल ऐप्स के माध्यम से सटीक कृषि जानकारी उपलब्ध कराना था। डिजिटल युग में कृषि मोबाइल एप्लिकेशन प्रशिक्षण किसानों को तेज, विश्वसनीय और स्थान-विशिष्ट सलाह प्रदान करने का प्रभावी साधन बन रहा है।
प्लॉटिकस ऐप: रोग-कीट पहचान से समाधान तक
ग्राम पंचायत बानगर में बीएससी कृषि के विद्यार्थियों ने प्लॉटिकस ऐप का लाइव डेमो प्रस्तुत किया।
इस ऐप के माध्यम से किसानों को—
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फसल के रोग और कीट की पहचान
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पोषक तत्वों की कमी का विश्लेषण
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उपचार एवं प्रबंधन उपायों की विस्तृत जानकारी
प्रदान की गई।
वास्तविक खेत और फसल के उदाहरणों के साथ समझाकर प्रशिक्षण को अत्यंत प्रभावी बनाया गया। डिजिटल कृषि को बढ़ावा देने में ऐसा कृषि मोबाइल एप्लिकेशन प्रशिक्षण बेहद उपयोगी साबित हो रहा है।
कृषि मंडी ऐप: सही विक्रय समय का चयन
कृषि मंडी ऐप के प्रशिक्षण में किसानों ने सीखा—
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दैनिक बाजार भाव
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नजदीकी मंडियों के मूल्य
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फसल के सर्वोत्तम विक्रय समय का चयन
ऐप की मदद से किसान अब बाजार उतार-चढ़ाव को बेहतर समझ सकेंगे, जिससे उन्हें अधिक लाभ मिलने की उम्मीद है।
दामिनी ऐप: मौसम और बिजली चेतावनी का सटीक अलर्ट
दामिनी ऐप के माध्यम से प्रतिभागियों को आकाशीय बिजली की चेतावनी, सुरक्षा उपाय और मौसम जोखिम प्रबंधन की जानकारी दी गई।
कृषि मोबाइल एप्लिकेशन प्रशिक्षण में इस ऐप का प्रदर्शन किसानों के लिए विशेष रूप से उपयोगी रहा, क्योंकि मौसम संबंधी जोखिम कृषि उत्पादन पर सीधा प्रभाव डालते हैं।
मोबाइल पर इंस्टॉलेशन और लाइव उपयोग
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों के मोबाइल पर ऐप इंस्टॉल कर उन्हें चरणबद्ध तरीके से बताया गया कि इन ऐप्स का उपयोग कैसे किया जाए। विद्यार्थियों और विषय विशेषज्ञों ने सभी सवालों के जवाब दिए और ऐप उपयोग के व्यवहारिक लाभ समझाए।
तकनीकी विशेषज्ञों का योगदान
इस प्रशिक्षण में डॉ. नवनीत राणा, डॉ. भूमिका हत्गिया और डॉ. युवराज ध्रुव ने तकनीकी सहयोग दिया।
प्रतिभागियों ने बताया कि पहली बार उन्हें इतने सरल और स्पष्ट तरीके से कृषि मोबाइल एप्लिकेशनों का व्यवहारिक डेमो मिला, जिससे उनकी डिजिटल कृषि में रुचि और बढ़ गई है।
कुल मिलाकर, कुरूद में आयोजित कृषि मोबाइल एप्लिकेशन प्रशिक्षण किसानों और महिला स्वसहायता समूहों के लिए बेहद लाभदायक साबित हुआ। इस प्रशिक्षण ने न केवल ऐप उपयोग की तकनीकी समझ बढ़ाई बल्कि आधुनिक डिजिटल कृषि तकनीकों की ओर मजबूत कदम भी बढ़ाया। आगे चलकर ऐसे कार्यक्रम खेती को अधिक वैज्ञानिक, सुरक्षित और लाभकारी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे।







