संविधान दिवस समारोह: धमतरी कलेक्टोरेट में अधिकारियों-कर्मचारियों ने ली संविधान की शपथ

धमतरी । संविधान दिवस समारोह के अवसर पर आज कलेक्टोरेट परिसर में कलेक्टर अविनाश मिश्रा ने अधिकारियों और कर्मचारियों को भारतीय संविधान की शपथ दिलाई। 26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को अंगीकृत किया गया था, इसी ऐतिहासिक दिन को हर वर्ष संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। धमतरी जिले में आयोजित यह संविधान दिवस समारोह न केवल एक औपचारिक कार्यक्रम था, बल्कि देश के लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक कर्तव्यों की याद दिलाने वाला महत्वपूर्ण अवसर भी रहा।

संविधान दिवस का ऐतिहासिक महत्व

भारत का संविधान दुनिया के सबसे बड़े और विस्तृत संविधानों में से एक माना जाता है। 26 नवंबर 1949 को इसे संविधान सभा द्वारा अंगीकृत किया गया और 26 जनवरी 1950 को यह पूर्ण रूप से लागू हुआ।
संविधान दिवस समारोह इसी विरासत, समानता, स्वतंत्रता, न्याय और बंधुत्व जैसे मूल्यों को जनमानस तक ले जाने का माध्यम है।

धमतरी कलेक्टोरेट में हुआ शपथ ग्रहण

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण वह क्षण था जब कलेक्टर अविनाश मिश्रा ने उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन कराया। शपथ में कहा गया—

  • “हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व-संपन्न, समाजवादी, पंथ निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं…”

  • “…और व्यक्ति की गरिमा तथा राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता को बढ़ावा देने का संकल्प लेते हैं।”

यह शपथ कार्यक्रम संविधान दिवस समारोह का सबसे भावनात्मक और प्रेरक क्षण रहा।

संविधान के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश

कलेक्टर मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान प्रत्येक नागरिक को अधिकार भी देता है और कर्तव्य भी। उन्होंने अधिकारियों को संदेश दिया कि सरकारी तंत्र का हर कर्मचारी लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
उन्होंने जोर देकर कहा—

“संविधान दिवस समारोह सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि संवैधानिक आदर्शों के प्रति निष्ठा और जिम्मेदारी का प्रतीक है।”

संविधान दिवस क्यों मनाया जाता है?

भारत सरकार ने 2015 से हर वर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाने का निर्णय लिया था। इसका मकसद—

  • नागरिकों में संवैधानिक अधिकारों की समझ बढ़ाना

  • लोकतंत्र की मजबूती के लिए जनजागरूकता बढ़ाना

  • युवाओं को संविधान के महत्व से अवगत कराना

धमतरी में आयोजित संविधान दिवस समारोह इसी उद्देश्य को चरितार्थ करता है।

अधिकारियों और कर्मचारियों की सहभागिता

कलेक्टोरेट परिसर में बड़ी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी और विभागीय प्रतिनिधि शपथ ग्रहण के लिए उपस्थित रहे। सभी ने संविधान के मूल्यों को आत्मसात करने और अपने कार्यों में पारदर्शिता व जिम्मेदारी निभाने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी संविधान दिवस के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए।

धमतरी में आयोजित संविधान दिवस समारोह न केवल एक यादगार प्रशासनिक आयोजन रहा बल्कि संविधान के मूल्यों को पुनः स्थापित करने का माध्यम भी बना। शपथ ग्रहण, जागरूकता और लोकतांत्रिक आदर्शों का संदेश इस कार्यक्रम की आत्मा रहा। संविधान दिवस समारोह भारत की लोकतांत्रिक भावना और संवैधानिक बुनियाद को मजबूत करने की दिशा में प्रेरक कदम है।

 

 

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu