धमतरी : धमतरी जिले में मंगलवार की रात धमतरी में पोल्ट्री फार्म में तेंदुआ घुसने की घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। वनांचल क्षेत्रों में लगातार बढ़ती वन्य प्राणियों की चहल-पहल के बीच यह ताजा घटना ग्रामीणों के लिए दहशत का कारण बनी। कुकरेल के पास स्थित ग्राम मोहलाई के एक पोल्ट्री फार्म में यह तेंदुआ अचानक घुस आया, जहां सैकड़ों की संख्या में मुर्गियां पाली जा रही थीं। इस धमतरी में पोल्ट्री फार्म में तेंदुआ पहुंचने से अफरा-तफरी मच गई और ग्रामीणों में डर का माहौल बन गया।
कैसे घुसा पोल्ट्री फार्म में तेंदुआ?
मिली जानकारी के अनुसार 26 नवंबर की रात करीब 9 बजे ग्रामीणों ने देखा कि एक तेंदुआ पोल्ट्री फार्म के भीतर बने केज में जा घुसा है। आशंका जताई जा रही है कि वह या तो दरवाजे से घुसा या ऊपर टिन शेड खुला होने के कारण अंदर पहुंच गया। यह धमतरी में पोल्ट्री फार्म में तेंदुआ लगातार अंदर इधर-उधर भागता रहा, जिससे दर्जनों मुर्गियों की मौत हो गई।
ग्रामीणों के अनुसार तेंदुए की हरकतों से करीब तीन घंटे तक लोग दहशत में रहे। उसे केज में इधर-उधर उछलते-कूदते देख ग्रामीणों की भारी भीड़ भी जमा हो गई।
वन विभाग की टीम मौके पर पहुँची
बचाव अभियान में जुटी वन विभाग टीम
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। एसडीओ मनोज विश्वकर्मा और उनकी टीम ने स्थिति का जायजा लिया और तेंदुए को सुरक्षित बाहर निकालने की योजना बनाई।
टीम ने पहले ग्रामीणों को पूरी तरह सुरक्षित दूरी पर खड़ा किया। फिर एक ओर का दरवाजा खोला गया ताकि धमतरी में पोल्ट्री फार्म में तेंदुआ बाहर निकलकर जंगल की ओर भाग सके।
कुछ मिनटों के प्रयास के बाद तेंदुआ केज से बाहर निकला और तेजी से जंगल की दिशा में भाग गया। ग्रामीणों ने राहत की सांस ली कि किसी को नुकसान पहुंचे बिना तेंदुआ जंगल लौट गया।
लगातार बढ़ रही है तेंदुए की गतिविधियां
धमतरी जिले के नगरी, केरेगांव और अन्य क्षेत्रों में तेंदुए को पहले भी कई बार देखा जा चुका है। वन विभाग का कहना है कि गर्मी, भोजन की तलाश और मानव बस्तियों का विस्तार वन्यजीवों को गांवों की ओर धकेल रहा है।
धमतरी में पोल्ट्री फार्म में तेंदुआ घुसने की यह घटना वन्य जीव–मानव संघर्ष के बढ़ते मामलों की ओर इशारा करती है।
वन विभाग ने आसपास के ग्रामीणों से रात्रि समय सतर्क रहने, बच्चों को अकेले बाहर न निकलने देने और पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर बांधकर रखने की अपील की है।
ग्रामीणों की भीड़ और दहशत—मौके पर अफरा-तफरी
तेंदुए की सूचना मिलते ही आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचने लगे। मोबाइल कैमरों से वीडियो बनाते हुए ग्रामीणों में डर और उत्सुकता दोनों देखने को मिली।
हालांकि वन विभाग ने बार-बार भीड़ को पीछे हटने की अपील की ताकि तेंदुआ उत्तेजित न हो और किसी प्रकार की दुर्घटना न हो।
धमतरी में पोल्ट्री फार्म में तेंदुआ घुसने की यह घटना न केवल वन्यजीवों की बढ़ती सक्रियता को दर्शाती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में सतर्कता और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को भी उजागर करती है। वन विभाग की त्वरित कार्यवाही से कोई बड़ी अनहोनी नहीं हुई, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए जागरूकता बेहद जरूरी है। यह स्पष्ट है कि धमतरी जैसे क्षेत्रों में मानव–वन्यजीव संघर्ष आगे भी चुनौती बना रहेगा।







