अवैध धान परिवहन धमतरी पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, राइस मिलों में दबिश

धमतरी : धमतरी जिले में अवैध धान परिवहन धमतरी मामले पर जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए पिछले दो दिनों में बड़ी कार्रवाई की है। पड़ोसी राज्यों के धान को प्रदेश की सरकारी खरीदी में खपने से रोकने के लिए कलेक्टर ने सभी विभागों को सतर्क रहने और लगातार पेट्रोलिंग करने के निर्देश दे रखे हैं। प्रशासन की इस कार्रवाई से अवैध धान खरीद-फरोख्त में शामिल राइस मिलर्स और कोचियों में हड़कंप मच गया है।

कलेक्टर के निर्देश: संदिग्ध वाहनों की अनिवार्य जांच

धमतरी कलेक्टर अविनाश मिश्रा ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों, राजस्व विभाग और पुलिस टीमों को अवैध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। इसमें संदिग्ध वाहनों की अनिवार्य जांच, अवैध रूप से खरीदे-बेचे जा रहे धान का सत्यापन और अवैध परिवहन रोकना शामिल है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को पूरी तरह पारदर्शी बनाने प्रशासन युद्धस्तर पर काम कर रहा है।

कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि अवैध धान परिवहन धमतरी से जुड़े किसी भी व्यक्ति के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। इसी के तहत ग्राम खपरी-जोरातराई से छाती की ओर ले जाया जा रहा 168 कट्टा धान जब्त किया गया। यह धान कोचिया धनेश्वर सिंह सेमरा-सिलौटी निवासी के कब्जे से मिला। संबंधित ट्रैक्टर (सीजी 07 एक्स 4029) को भखारा थाना लाया गया और तत्पश्चात मंडी परिसर कुरूद भेज दिया गया।

राइस मिलों में दबिश: करोड़ों का धान और चावल जब्त

प्रशासन की कार्रवाई यहीं नहीं रुकी। सोमवार को जिला प्रशासन ने जिले की दो प्रमुख राइस मिलों—फूलमिनी राइस मिल (सोरम) और अशोक राइस मिल (औद्योगिक क्षेत्र) में दबिश देकर घंटों तक जांच-पड़ताल की।

राजस्व, मंडी एवं खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने दस्तावेजों की मांग की, लेकिन मिल संचालक वैध कागजात प्रस्तुत नहीं कर सके। इसके बाद टीम ने भारी मात्रा में धान और चावल जब्त किया:

जब्त सामग्री विवरण
  • फूलमिनी राइस मिल

    • 6,000 क्विंटल धान

    • 1,910 क्विंटल चावल

  • अशोक राइस मिल

    • 16,856 क्विंटल धान

    • 8,150 क्विंटल चावल

यह धान कथित रूप से “गर्मी का धान” बताया जा रहा है, जिसकी कोई वैध दस्तावेजी प्रमाण उपलब्ध नहीं था। इससे यह स्पष्ट होता है कि अवैध धान परिवहन धमतरी में कई मिलों की संलिप्तता हो सकती है। मिलरों में हड़कंप मचा हुआ है और कई जगह जांच तेज कर दी गई है।

किसानों से प्रशासन की अपील

जिला प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे अपना धान केवल अधिकृत समितियों को ही बेचें। किसी भी प्रकार की अवैध खरीद-फरोख्त की जानकारी तुरंत नजदीकी मंडी कार्यालय, राजस्व अधिकारी या पुलिस प्रशासन को दें।
किसानों को यह भी सलाह दी गई है कि वे अपनी सुरक्षा और हित सुनिश्चित करने के लिए समर्थन मूल्य पर ही बिक्री करें।

धमतरी जिले में अवैध धान परिवहन धमतरी पर की गई कार्रवाई ने प्रशासन की गंभीरता को स्पष्ट कर दिया है। पारदर्शी और व्यवस्थित खरीदी सुनिश्चित करने के लिए ऐसे कदम आगे भी जारी रहेंगे। किसानों और नागरिकों को भी अवैध गतिविधियों की सूचना देकर प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।

 

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu