कुरूद । शासकीय महाविद्यालय सिलौटी में सोमवार को एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मालवा की महान रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती को श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने उन्हें भारतीय इतिहास की प्रेरणादायक महिला नेता बताते हुए उनके शासनकाल और समाज सुधारों को याद किया।
गोष्ठी में जनपद अध्यक्ष गितेश्वरी साहू ने कहा कि अहिल्याबाई ने 1767 से 1795 तक मालवा पर शासन करते हुए ना सिर्फ एक बेहतर प्रशासक का उदाहरण पेश किया, बल्कि महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय की नींव भी रखी। उन्होंने कहा, “अहिल्याबाई का जीवन हमें सिखाता है कि सत्ता का सही उपयोग समाज के हर तबके के उत्थान में किया जाना चाहिए।”
जनपद सभापति सिंधु बैस ने बताया कि 18वीं सदी की कठिन परिस्थितियों में अहिल्याबाई ने दूरदर्शी फैसले लिए, जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में सुधार हुआ। “उन्होंने उन समुदायों की आवाज़ बनीं जिन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता था,” उन्होंने कहा।
विधायक प्रतिनिधि हरख जैन ने भी अहिल्याबाई के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनका नेतृत्व आज के समय में भी आदर्श है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे उनके सिद्धांतों से प्रेरणा लें और एक समावेशी समाज के निर्माण में योगदान दें।
इस कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं और छात्रों ने भी भाग लिया और अहिल्याबाई के आदर्शों को आत्मसात करने की बात कही।
