नई दिल्ली – Apple अब iPhone और iPad यूजर्स के लिए वॉइस असिस्टेंट के मामले में बड़ी छूट देने जा रहा है। लंबे समय से केवल Siri पर निर्भर रहने वाले iPhone यूजर्स को जल्द ही ChatGPT, Google Assistant या Gemini जैसे थर्ड पार्टी वॉइस असिस्टेंट चुनने का विकल्प मिल सकता है।
यह बदलाव यूरोपीय संघ के Digital Markets Act (DMA) के तहत किया जा रहा है, जो टेक कंपनियों को अधिक पारदर्शिता और उपभोक्ताओं को ज्यादा विकल्प देने के लिए बाध्य करता है।
Apple का ‘वॉल्ड गार्डन’ सिस्टम हमेशा से एक बंद इकोसिस्टम के रूप में जाना जाता रहा है, लेकिन अब इसे धीरे-धीरे खोलने की योजना बनाई जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Apple ने OpenAI के साथ एक खास साझेदारी भी की है, जिससे Siri अब जरूरत पड़ने पर ChatGPT की मदद से आपके सवालों का जवाब दे सकेगी।
क्या बदलेगा iPhone में?
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अब Siri की जगह पर ChatGPT या Google Assistant को डिफॉल्ट वॉइस असिस्टेंट के रूप में चुना जा सकेगा।
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Siri की क्षमता ChatGPT जैसी AI से जुड़कर और भी उन्नत होगी।
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यूजर्स को ज़्यादा कंट्रोल और पसंद के विकल्प मिलेंगे।
यह कदम ऐसे समय में लिया गया है जब AI की दुनिया में Meta AI, DeepSeek और कई उभरते चैटबॉट्स बाज़ार में तेजी से पैर जमा रहे हैं। Apple का यह रणनीतिक बदलाव न केवल प्रतिस्पर्धा बढ़ाएगा, बल्कि वॉइस असिस्टेंट टेक्नोलॉजी को एक नया आयाम भी देगा।
यूजर्स को क्या मिलेगा?
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बेहतर जवाब, अधिक इंटेलिजेंस और व्यक्तिगत अनुभव।
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एक ही डिवाइस पर मल्टीपल AI असिस्टेंट का सपोर्ट।
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iPhone यूजर्स को कंट्रोल, कंफर्ट और चॉइस तीनों एक साथ।
