नई दिल्ली, 27 अप्रैल 2025।
दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी Apple ने भारत को लेकर एक बड़ा और महत्वाकांक्षी कदम उठाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Apple का लक्ष्य है कि 2026 के अंत तक अमेरिका में बिकने वाले सभी iPhones भारत में बनाए जाएं। इस फैसले से न केवल भारत की मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को एक नई दिशा मिलेगी, बल्कि यह कदम भारत के लिए एक बड़ी आर्थिक और तकनीकी उपलब्धि भी साबित होगा।
Apple का यह निर्णय चीन पर निर्भरता घटाने और वैश्विक व्यापारिक दबावों से निपटने की दिशा में उठाया गया है। कंपनी ने भारत में निर्मित iPhones को अमेरिका के मार्केट में एक्सपोर्ट करना शुरू कर दिया है, जिससे न केवल टैरिफ से राहत मिलेगी, बल्कि भारत की वैश्विक सप्लाई चेन में भूमिका भी मजबूत होगी।
भारत को क्या मिलेगा फायदा?
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नई नौकरियों का सृजन:
Apple के इस फैसले से भारत में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में बड़ी संख्या में नई नौकरियों का सृजन होगा। -
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में मजबूती:
iPhone का भारत में उत्पादन बढ़ने से देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में मजबूती आएगी, जिससे स्थानीय उद्योग को भी लाभ होगा। -
टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का ट्रांसफर:
Apple के साथ साझेदारी से भारतीय कंपनियों को नई तकनीकी और इनोवेशन का ट्रांसफर होगा, जो देश के टेक्नोलॉजी सेक्टर को और मजबूत बनाएगा। -
वैश्विक सप्लाई चेन में भारत की भूमिका मजबूत:
भारत का इस वैश्विक सप्लाई चेन में महत्वपूर्ण स्थान बन जाएगा, जिससे देश की आर्थिक स्थिति और समृद्ध होगी।
Apple का यह कदम न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक दिशा है, बल्कि यह भी साबित करता है कि भारत अब वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
