🚩 बाबा बैद्यनाथ धाम यात्रा: सावन के पावन अवसर पर कुरुद से 22 श्रद्धालु रवाना
कुरुद । श्रावण मास में शिवभक्तों के उत्साह और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला जब कुरुद नगर से 22 श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ धाम यात्रा के लिए रवाना हुए। चंडी मंदिर परिसर में विधिवत पूजा-अर्चना और शिव अभिषेक के पश्चात सभी कांवरियों को भक्ति भाव से विदा किया गया।
इस पवित्र अवसर पर नरेन्द्र सोनी, चितरंजन चन्द्राकार, अशोक साहू, विश्वनाथ सोनी, तुलाराम चन्द्राकर, अरुण सेन, भीखम सोनी, प्रेम नेताम, शत्रुघ्न साहू, राजेश कंडरा, गुड्डा यादव, गणेश चन्द्राकर, ज्ञानचंद सिन्हा सहित अन्य कांवरिये बाबा बैद्यनाथ धाम की ओर कूच कर गए।
🔱 बाबा बैद्यनाथ धाम का धार्मिक महत्व
बाबा बैद्यनाथ धाम, झारखंड राज्य के देवघर में स्थित, 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इसे ‘कामना लिंग’ भी कहा जाता है और यह शिवभक्तों के लिए अत्यंत पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है। बाबा बैद्यनाथ धाम यात्रा श्रावण मास में विशेष रूप से की जाती है, जब भक्त जन कांवर लेकर गंगाजल लाते हैं और भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं।
🕉️ सावन में कांवर यात्रा का महत्व
श्रावण मास शिव की आराधना का विशेष काल होता है। कांवर यात्रा में श्रद्धालु दूर-दूर से पैदल अथवा बसों में समूह बनाकर निकलते हैं। यह यात्रा न केवल धार्मिक भावना से ओतप्रोत होती है, बल्कि सामाजिक एकता और अनुशासन का भी प्रतीक बन जाती है।
🚍 कुरुद से कांवरियों की यात्रा व्यवस्था
कांवरियों के लिए बस द्वारा यात्रा का आयोजन किया गया, जो कि श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक और संगठित रूप में हुआ। चंडी मंदिर से प्रस्थान से पूर्व भक्तों ने भगवान शिव का विधिवत पूजन कर, आशीर्वाद लिया और मंगल यात्रा की कामना की गई।
🤝 सामाजिक समरसता और आध्यात्मिकता का संगम
बाबा बैद्यनाथ धाम यात्रा न केवल धार्मिक अनुभूति का अवसर है, बल्कि यह समाज में आपसी भाईचारा, एकता और सद्भाव की भावना को भी मजबूत करता है। ऐसे आयोजनों से युवाओं में आध्यात्मिक चेतना का विकास होता है।
