बालोद जिले में कलेक्टर IAS दिव्या उमेश मिश्रा का एक दिल छू लेने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। आमतौर पर प्रशासनिक निरीक्षण और कार्रवाई वाले वीडियो चर्चा में रहते हैं, लेकिन इस बार सुर्खियों में है एक अधिकारी का मानवीय और ममतामयी रूप। सोशल मीडिया पर यह वीडियो लोगों का दिल जीत रहा है और कलेक्टर IAS दिव्या उमेश मिश्रा एक बार फिर संवेदनशील प्रशासनिक अधिकारी के रूप में चर्चा में हैं।
स्कूल निरीक्षण के दौरान दिखा मानवीय व्यवहार
डौंडी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय में औचक निरीक्षण
सोमवार को डौंडी विकासखंड के प्राथमिक शाला गुदुम में औचक निरीक्षण के दौरान एक दृश्य ने वहाँ मौजूद सभी लोगों का मन मोह लिया। कलेक्टर IAS दिव्या उमेश मिश्रा जब कक्षाओं का निरीक्षण कर रही थीं, तभी उनकी नजर एक छात्रा पर पड़ी जिसकी चोटी खुली हुई थी।
बच्ची के साथ हल्का-फुल्का संवाद
उन्होंने मुस्कुराते हुए बच्ची को पास बुलाया और मज़ाक में पूछा—
“किसी से लड़ाई हुई क्या?”
इस पर बच्ची ने शर्माते हुए ‘नहीं’ में सिर हिलाया।
कलेक्टर ने खुद बनाई बच्ची की चोटी, भावुक हुआ माहौल
इसके बाद जो हुआ उसने पूरे माहौल को भावुक और मानवीय स्पर्श से भर दिया।
कलेक्टर IAS दिव्या उमेश मिश्रा ने अपने हाथों से छात्रा की चोटी को संवार दिया।
यह दृश्य देखकर शिक्षक, ग्रामीण और बच्चे अभिभूत रह गए। कई लोगों ने इस क्षण को अपने मोबाइल में कैद कर लिया।
इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि प्रशासनिक जिम्मेदारियों के बीच भी अधिकारी संवेदनशीलता और मानवीयता को सर्वोपरि रखते हैं।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, लोग कर रहे हैं तारीफ
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर आया, लोग लगातार इसे साझा करने लगे।
टिप्पणियों में लोग लिख रहे हैं:
-
“ऐसे अधिकारी ही असल में समाज का चेहरा बदलते हैं।”
-
“अधिकार पद से नहीं, व्यवहार से बड़े बनते हैं।”
कलेक्टर IAS दिव्या उमेश मिश्रा का यह मानवीय व्यवहार लोगों को बेहद पसंद आ रहा है और उनके इस कदम की सभी ओर सराहना हो रही है।
क्यों चर्चित हो रहा है यह वीडियो?
प्रशासनिक सख्ती के बीच एक संवेदनशील स्पर्श
आमतौर पर जनता प्रशासनिक अधिकारियों के सख्त रूप को ही देखती है। छापेमारी, निरीक्षण या कार्रवाई वाले वीडियो अधिक वायरल होते हैं।
लेकिन इस वीडियो ने अधिकारियों की उस जिम्मेदारी को सामने लाया है, जहाँ वे सिर्फ कानून लागू करने वाले नहीं बल्कि समाज का भावनात्मक हिस्सा भी होते हैं।
बच्चे के प्रति ममता का संदेश
कलेक्टर IAS दिव्या उमेश मिश्रा द्वारा बच्ची की चोटी बनाना एक छोटा सा कदम था, पर उसका संदेश बड़ा—
“पद बड़ा नहीं, व्यवहार बड़ा होता है।”
प्रशासनिक जगत में बढ़ रही है ‘मानवीय अप्रोच’ की मांग
आज के समय में जनसंपर्क का महत्व बढ़ चुका है। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों के मानवीय पहलुओं का सामने आना समाज में विश्वास पैदा करता है।
वीडियो ने दिलों को जोड़ा, प्रशासन की नई छवि सामने आई
इस घटना से यह स्पष्ट हो गया कि एक अधिकारी का कोमल और संवेदनशील व्यवहार समाज पर गहरा प्रभाव डालता है।
कलेक्टर IAS दिव्या उमेश मिश्रा ने दिखाया कि प्रशासनिक कठोरता के पीछे एक मानवीय दिल भी धड़कता है जो समाज और बच्चों के लिए दया और स्नेह रखता है।
बालोद में हुई यह घटना इस बात का सुंदर उदाहरण है कि एक छोटे से कार्य से भी समाज में बड़ा संदेश दिया जा सकता है।
कलेक्टर IAS दिव्या उमेश मिश्रा ने अपने इस सरल और स्नेहपूर्ण व्यवहार से साबित कर दिया कि प्रशासन सिर्फ आदेशों से नहीं, बल्कि मानवीय मूल्यों से चलता है। यही कारण है कि कलेक्टर IAS दिव्या उमेश मिश्रा आज सोशल मीडिया से लेकर जनमानस तक चर्चा के केंद्र में हैं।







