छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट जारी, 18 जिलों में खतरे की घंटी

रायपुर : छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग (IMD Raipur) ने आगामी 5 जुलाई तक जारी किया है। प्रदेश में मानसून अब पूरी गति से सक्रिय हो चुका है और लगातार झमाझम बारिश का दौर जारी है। रायपुर, सरगुजा, बिलासपुर, कोरबा सहित कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है।

छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट के तहत राज्य के सभी 33 जिलों में येलो अलर्ट, जबकि रायपुर और सरगुजा संभाग में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।

  • बिलासपुर और कोरबा में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है।

  • कांकेर, सुकमा, और आसपास के क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी है।

  • धमतरी, रायगढ़, जशपुर, कोरिया सहित 15 जिलों में वज्रपात का खतरा बना हुआ है।

मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की ट्रफ लाइन श्रीगंगानगर से बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। यह ट्रफ समुद्र तल से लगभग 0.9 किमी ऊपर स्थित है और इसमें पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी में बना लो-प्रेशर सिस्टम भी सक्रिय है। यही प्रणाली छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट का मुख्य कारण बन रही है।

लगातार हो रही बारिश के कारण आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ में नदियों का जलस्तर बढ़ने, सड़क मार्ग अवरुद्ध होने, जलभराव, और बिजली गिरने जैसी आपात स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं। पहले ही रायपुर और सरगुजा के कुछ इलाकों में मूसलाधार बारिश हो चुकी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है।

IMD और राज्य सरकार ने लोगों से अपील की है कि:

  • खराब मौसम में घर से बाहर न निकलें

  • बिजली चमकने के दौरान खुले मैदान या मोबाइल का उपयोग न करें

  • ऊंचे पेड़ और बिजली के खंभों से दूर रहें

  • ग्रामीण क्षेत्रों में मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर रखें

राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग, स्थानीय निकायों, और राजस्व विभाग को सतर्क कर दिया गया है। आवश्यक संसाधनों को तैयार रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर राहत कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा सके। सभी जिलों में कंट्रोल रूम सक्रिय हैं और मौसम अपडेट्स नियमित जारी किए जा रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग द्वारा जारी किया गया है, जिससे स्पष्ट है कि अगले कुछ दिन राज्यवासियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। ऐसे में सुरक्षा उपायों का पालन करना और मौसम विभाग के निर्देशों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। यह अलर्ट प्रदेश की जलवायु सक्रियता को दर्शाता है और इसके प्रति नागरिकों की सजगता आवश्यक है।

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu