कांग्रेस की जन न्याय यात्रा: जनता की आवाज और सरकार के खिलाफ संघर्ष का मंच
कुरुद । प्रदेश में भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस के आह्वान पर शुरू हुई कांग्रेस की जन न्याय यात्रा ने गरियाबंद से रायपुर तक जनसमर्थन की नई मिसाल पेश की। इस 150 किलोमीटर लंबी पदयात्रा का नेतृत्व पीसीसी चीफ़ दीपक बैज ने किया, जिसमें धमतरी विधायक ओंकार साहू और जिला पंचायत सदस्य नीलम चन्द्राकर जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
🔹 बिजली बिल, मंहगाई और शिक्षा व्यवस्था पर सीधा हमला
नीलम चन्द्राकर ने कोपरा के गांधी चौक पर आयोजित आमसभा में तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार बिजली दरों में वृद्धि कर आमजन का आर्थिक शोषण कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर सरकार बेरोजगार युवाओं से नौकरी का हक छीन रही है और बच्चों की शिक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है।
🔹 खाद की कमी और मंहगाई से किसान परेशान
यात्रा के दौरान उठे मुद्दों में खाद की भारी कमी, एलपीजी गैस, अनाज और आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि शामिल रही। नीलम चन्द्राकर ने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों ने आम आदमी का जीवन दूभर कर दिया है। महिलाएं, किसान, नौजवान सभी इस मंहगाई से त्रस्त हैं।
🔹 शराब दुकानों के खिलाफ विरोध और सामाजिक चिंता
प्रदेश में 67 नई शराब दुकानों की स्वीकृति को लेकर भी कांग्रेस नेताओं ने तीखा विरोध दर्ज कराया। नीलम चन्द्राकर ने स्पष्ट कहा कि इससे सामाजिक ताना-बाना बिगड़ेगा, घरेलू हिंसा बढ़ेगी और युवा पीढ़ी का भविष्य खतरे में पड़ेगा। कांग्रेस ने इसे ‘विकास की राह में रुकावट’ बताया।
🔹 आदिवासी हितों की उपेक्षा पर नाराजगी
बिन्द्रानवागढ़ विधायक जनक ध्रुव ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर आरोप लगाया कि वे आदिवासी होते हुए भी आदिवासी हितों की अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जंगलों को पूंजीपतियों के हवाले करना और वनवासियों का विस्थापन सरकार की असंवेदनशीलता को दर्शाता है।
🔹 कांग्रेस का उद्देश्य: जनता के साथ खड़ा होना
धमतरी विधायक ओंकार साहू ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस की जन न्याय यात्रा का उद्देश्य केवल विरोध करना नहीं, बल्कि जनता की समस्याओं को समझना और उनके लिए समाधान खोजने की दिशा में पहल करना है। कांग्रेस हमेशा आमजन के साथ खड़ी रही है और रहेगी।
कांग्रेस की जन न्याय यात्रा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रदेश की जनता मौजूदा सरकार की नीतियों से नाराज़ है और बदलाव चाहती है। बिजली बिल में वृद्धि, मंहगाई, शिक्षा में असंतुलन और सामाजिक मुद्दों पर कांग्रेस ने जनमानस से सीधे संवाद किया। यह यात्रा सिर्फ कदमों की नहीं, बल्कि विरोध और उम्मीदों की आवाज बन गई है।
