“दीपिका पादुकोण ने 75 नए बैडमिंटन सेंटर से देश में मचाया धमाका—जानें कैसे बदल रहा खेल का चेहरा!”

नई दिल्ली | बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उनका आत्मविश्वास सिर्फ एक्टिंग तक सीमित नहीं है—उनमें खेल का भी जुनून है। बचपन में राष्ट्रीय स्तर की बैडमिंटन खिलाड़ी रही दीपिका ने अब पूरे देश में ‘पादुकोण स्कूल ऑफ बैडमिंटन (PSB)’ के 75 नए सेंटर खोलने का ऐलान किया है—और सबके लिए खेल की दुनिया को आसान और सुलभ बनाने की पहल की है

दीपिका ने इंस्टाग्राम पर एक प्यारी तस्वीर साझा की, जिसमें वह अपने पिता प्रकाश पादुकोण—पाक-पाक दुनिया के जाने-माने बैडमिंटन चैंपियन—के साथ मुस्कुराती नजर आ रही हैं। पोस्ट में उन्होंने लिखा कि बैडमिंटन ने उनके जीवन को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से नया आकार दिया है। यही बात उन्होंने अब देश के हर कोने तक पहुंचाना चाही

PSB की बढ़ती पहुँच:
  • पहले साल में 18 शहरों में 75+ सेंटर—जिनमें प्रमुख हैं: बेंगलुरु, दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, चेन्नई, जयपुर, पुणे, नासिक, मैसूर, पानीपत, देहरादून, उदयपुर, कोयंबटूर, सांगली और सूरत

  • नियोजन: ‘बैडमिंटन फॉर ऑल’ मिशन के तहत, वर्ष के अंत तक 100 सेंटर और अगले 3 साल में 250 सेंटर तक पहुंचना लक्ष्य है

  • लक्ष्य समूहः स्कूल वाले बच्चे, कामकाजी वर्ग और कोच बनने के इच्छुक—किफायती और गुणवत्तापूर्ण कोचिंग तक सबकी पहुँच सुनिश्चित करने के लिए डिजाइनेड।

एकेडमी की संरचना:
  • यह सेंटर स्कूल, संस्थान और मौजूदा स्पोर्ट्स वेन्यू के साथ साझेदारी में शुरू हो रहे हैं।

  • चुने गए प्रतिभाशाली खिलाड़ी बेंगलुरु के हाई‑परफॉर्मेंस सेंटरों में एडवांस ट्रेनिंग पाएंगे।

  • 100+ कोच एक खास सर्टिफिकेशन प्रोग्राम से प्रशिक्षित हो चुके हैं, जिससे सभी सेंटरों में गुणवत्ता एक समान बनी रहे

दीपिका और प्रकाश का कमिटमेंट:

“मैंने बचपन में बैडमिंटन खेला है और खुद अनुभव किया है कि यह खेल इंसान की जिंदगी को कई तरीकों से बदल सकता है”—दीपिका
“खेल आत्म-अनुशासन, लचीलापन और विजयी मानसिकता सिखाता है”—प्रकाश पादुकोण

इस कदम का महत्व:
  • खेल संस्कृति को बढ़ावा — स्कूल और कामकाजी माहौल में स्वास्थ्य, मानसिक संतुलन और आत्मविश्वास में वृद्धि।

  • कोचिंग करियर को बनाए स्थायी और सम्मानजनक—कोच बनने की राह आसान, समर्थ और संरचित।

  • पैदावार: आने वाले 3-5 साल में देश के युवा खेल प्रतिभाओं की एक नई पीढ़ी तैयार होगी।

दीपिका पादुकोण का यह कदम सिर्फ सेलिब्रिटी इवेंट नहीं बल्कि एक भावनात्मक और सामाजिक पहल है—जो बैडमिंटन को हर गाँव, शहर और दिल तक पहुंचाने का संकल्प है। अगर आप भी खेल में रुचि रखते हैं या कोच बनना चाहते हैं, तो अपने नज़दीकी PSB सेंटर से जुड़ना एक स्मार्ट शुरुआत हो सकती है।

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu