पांचवी और आठवीं बोर्ड परीक्षा कार्य के लिए पारिश्रमिक तय करने की मांग

रायपुर । छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि प्रदेश में 15 साल बाद पहली बार पांचवीं और आठवीं की केंद्रीयकृत वार्षिक परीक्षा आयोजित की जा रही है। यह परीक्षा 17 मार्च से पूरे प्रदेश में एक साथ शुरू हुई है। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर पांचवीं और आठवीं की उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य हेतु पारिश्रमिक दर तय किया जाना स्वागतयोग्य कदम है, लेकिन परीक्षा संचालन में संलग्न केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष और पर्यवेक्षकों के लिए भी पारिश्रमिक निर्धारित किया जाना चाहिए।

इस संबंध में संजय शर्मा ने मुख्यमंत्री, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव और लोक शिक्षण संचालनालय, छत्तीसगढ़ के संचालक को पत्र लिखकर परीक्षा कार्य के लिए पारिश्रमिक राशि देने की मांग की है। एसोसिएशन के प्रदेश संयोजक सुधीर प्रधान, वाजिद खान, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेन्द्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, शैलेन्द्र यदु, कोमल वैष्णव, प्रदेश सचिव मनोज सनाढ्य और प्रदेश कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र परिक ने भी यह मांग दोहराई है।

टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) द्वारा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में परीक्षा ड्यूटी और मूल्यांकन कार्य के लिए अलग-अलग पारिश्रमिक दर तय की गई है। उसी तर्ज पर पांचवीं और आठवीं की परीक्षा में भी पारिश्रमिक राशि निर्धारित होनी चाहिए।

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 28 मार्च 2023 को संशोधित पारिश्रमिक दरों के आधार पर, पांचवीं और आठवीं की परीक्षा में केंद्राध्यक्ष को प्रतिदिन 200 रुपये, सहायक केंद्राध्यक्ष को 150 रुपये और पर्यवेक्षक को 100 रुपये देने का प्रस्ताव रखा गया है। एसोसिएशन ने सरकार से इस संबंध में जल्द से जल्द आदेश जारी करने की मांग की है, ताकि परीक्षा कार्य में संलग्न शिक्षकों को उनका उचित पारिश्रमिक मिल सके।

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Author: Arpa News 36