धमतरी । धमतरी जिले के अर्जुनी थाना क्षेत्र के भोयना गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा हुआ है। बंद पड़े एक पुराने गोदाम के सेप्टिक टैंक से मिले मानव कंकाल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। यह कंकाल किसी और का नहीं बल्कि उसी गांव के युवक नंदू सोनी (23) का निकला, जिसकी हत्या उसके ही सौतेले पिता राममिलन गोड़ ने की थी। इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा पूरे सात साल बाद हुआ है।
कैसे हुआ खुलासा?
17 मई को जब पुराने गोदाम की जमीन की नाप-जोख हो रही थी, तभी वहां बने सेप्टिक टैंक से मानव खोपड़ी दिखाई दी। इसकी सूचना गांव के कोटवार ने पुलिस को दी। पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और सेप्टिक टैंक की खुदाई की गई। इस दौरान मानव कंकाल के साथ कई अन्य वस्तुएं जैसे डॉट पेन, इंजेक्शन, नायलॉन की रस्सी, अंडरवियर का रबर, सीमेंट पोल और साइकिल की ट्यूब भी बरामद की गईं।
पुलिस को कैसे मिला सुराग?
गांव में पूछताछ के दौरान पता चला कि राममिलन गोड़ का सौतेला बेटा नंदू पिछले सात सालों से गायब है, लेकिन उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट कभी दर्ज नहीं कराई गई थी। पुलिस ने राममिलन से पूछताछ की तो वह बार-बार बयान बदलता रहा। अंततः पुलिस की सख्ती के बाद उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
हत्या की खौफनाक कहानी
राममिलन ने बताया कि सात साल पहले क्वांर नवरात्रि के समय उसकी नंदू से खाने को लेकर बहस हो गई थी। गुस्से में आकर उसने नंदू का सिर दीवार पर पटक दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शव को रात में उठाकर पास के एक पुराने गोदाम के सेप्टिक टैंक में सीमेंट पोल से बांधकर नायलॉन रस्सी व साइकिल ट्यूब की मदद से डाल दिया। इसके बाद उसने किसी को कुछ नहीं बताया और न ही गुमशुदगी दर्ज कराई।
मां की चुप्पी और रोना बना सुराग
जब पुलिस जांच कर रही थी, उसी समय आरोपी की पत्नी माया अचानक रोने लगी। गांव में यह बात फैली और पुलिस का शक गहराया। माया की भावनात्मक प्रतिक्रिया और राममिलन के बदलते बयान ने पुलिस को पुख्ता सुराग दे दिया।
तीन दिन में सुलझ गया सात साल पुराना मर्डर मिस्ट्री
पुलिस ने महज तीन दिनों में इस मामले की गुत्थी सुलझा ली और राममिलन गोड़ को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। फिलहाल फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट का इंतजार है, लेकिन आरोपी के कबूलनामे से मामला लगभग साफ हो गया है।
