धमतरी। जिले में डिजीटल मार्केटिंग और AI प्रशिक्षण आज न केवल जिले की पहचान बन चुका है, बल्कि यह युवाओं के भविष्य निर्माण की नींव भी रख रहा है। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में चल रहे प्रोजेक्ट युवा के तहत कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा की पहल पर स्थानीय युवाओं को मुफ्त में डिजीटल स्किल्स की उच्च गुणवत्ता वाली ट्रेनिंग लाइवलीहुड कॉलेज धमतरी में दी जा रही है।
✅ तकनीक से रोजगार: गांव-शहर की दूरी कर रही कम
गांवों में बैठे युवक-युवतियां अब वेबसाइट डिजाइनिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, गूगल एड्स, ईमेल मार्केटिंग और ब्लॉगिंग जैसे डिजीटल व्यवसायों को सीख रहे हैं। यही नहीं, अब इन युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे अत्याधुनिक तकनीकों में भी दक्ष किया जा रहा है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब धमतरी के युवा घर बैठे ग्लोबल क्लाइंट्स के साथ काम कर सकेंगे।
🎯 प्रशिक्षण का उद्देश्य और प्राथमिकताएं
कलेक्टर श्री मिश्रा का मानना है कि “आज का युवा केवल नौकरी ढूंढ़ने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बन सकता है – अगर उसे सही स्किल्स मिल जाएं।” इस सोच को साकार करने के लिए जिला प्रशासन ने डिजिटल और AI क्षेत्र में दो स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है:
🔹 डिजीटल मार्केटिंग प्रशिक्षण
ट्रेनर: श्री हिमांशु चौरसिया
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विषय: वेबसाइट निर्माण, SEO, सोशल मीडिया प्रचार, गूगल एड्स, ईमेल मार्केटिंग, डिजिटल एनालिटिक्स
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टाइमिंग: प्रतिदिन 3 घंटे का नियमित कक्षा और प्रैक्टिकल
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उद्देश्य: स्थानीय उत्पादों (जैसे नगरी दुबराज चावल, हस्तशिल्प, वस्त्र आदि) को अंतरराष्ट्रीय मंच दिलाना
🔹 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्रशिक्षण
ट्रेनर: पूजा शिवानी
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विषय:
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ChatGPT का स्मार्ट उपयोग
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Python की बेसिक कोडिंग
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मशीन लर्निंग का परिचय
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AI टूल्स का दैनिक जीवन में उपयोग
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डिजिटल सुरक्षा और डेटा गोपनीयता
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🌍 स्थानीय से वैश्विक: बाजार का नया आयाम
इस प्रशिक्षण के बाद युवा अपने व्यवसाय के लिए ऑनलाइन स्टोर, ब्लॉग, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म या फ्रीलांस सर्विस प्रोवाइडर बन सकते हैं।
ज्योति सिन्हा, जो इस प्रशिक्षण में भाग ले रही हैं, ने कहा:
“मैं लंबे समय से डिजीटल ट्रेनिंग की तलाश में थी, लेकिन कोर्स महंगे थे। अब ये सब कुछ मुफ्त में मिल रहा है और मैं अपना खुद का ऑनलाइन व्यवसाय शुरू कर रही हूं।”
रिजवान रिजवी, जो इस प्रशिक्षण में भाग ले रहें हैं, ने कहा:
“मैंने अपना Wikipedia पेज और निजी पोर्टफोलियो, न्यूज़ वेबसाइट बनाकर न केवल तकनीकी आत्मनिर्भरता हासिल की है, बल्कि यह दिखाया है कि धमतरी भी अब डिजिटल इंडिया की दौड़ में पीछे नहीं है। आगे होने वाले प्रशिक्षण भी हमें और आगे बढ़ने और सशक्त होने में मदद करेंगे। हम सभी प्रशिक्षु कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा सर को धन्यवाद देतें है की उन्होंने हज़ारों रूपए में बड़े शहरो में मिलने वाली जानकारी हमारे जिले में ही उपलब्ध करवा रहें हैं’। “
💡 AI के युग में धमतरी की छलांग
AI को आमतौर पर जटिल और मेट्रो शहरों का विषय माना जाता था, लेकिन पूजा शिवानी जैसे प्रशिक्षकों ने इसे आम भाषा में सरल करके युवाओं के सामने प्रस्तुत किया है।
युवाओं को सिखाया जा रहा है:
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ChatGPT से डॉक्यूमेंट, रिपोर्ट, पोस्ट बनाना
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Python से छोटे कोडिंग प्रोजेक्ट्स जैसे कैलकुलेटर, वेबसाइट ऑटोमेशन
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डेटा एनालिसिस और विज़ुअलाइजेशन
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स्मार्ट बॉट बनाना और जवाबदेही टूल्स
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मशीन लर्निंग एल्गोरिद्म का वास्तविक उपयोग
इन सभी शिक्षाओं को सीखकर युवा फ्रीलांसर, स्टार्टअप ओनर, कोचिंग प्रोवाइडर, डिजिटल एजेंसी ओनर जैसे करियर बना सकते हैं।
📊 धमतरी के लिए संभावनाओं की नई तस्वीर
इस परियोजना से जिले की अर्थव्यवस्था को भी गति मिलने की संभावना है। विशेषज्ञ मानते हैं कि:
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2025 तक धमतरी के 500+ युवा ऑनलाइन व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
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महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है, जिससे महिला सशक्तिकरण को भी बल मिला है।
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कृषि उत्पादों जैसे नगरी दुबराज, जैविक हल्दी, वन उत्पादों की वैश्विक पहचान बन सकती है।
धमतरी में डिजीटल मार्केटिंग और AI प्रशिक्षण ने जिले को तकनीकी दृष्टि से आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नई राह दी है। इससे न सिर्फ युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि धमतरी के उत्पादों को भी वैश्विक पहचान मिलेगी। यह पहल एक मॉडल बन सकती है जिसे पूरे भारत में अपनाया जा सकता है।
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