धमतरी । शासकीय हाईस्कूल लोहरसी में 10वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम बेहद निराशाजनक रहा। स्कूल में कुल 34 छात्र-छात्राओं में से केवल 5 छात्र ही पास हो सके, जिनमें से 3 छात्र तो ग्रेस मार्क से पास हुए हैं। 7 छात्र पूरक परीक्षा में फंसे हैं जबकि 17 छात्र फेल हो गए। इस खराब परिणाम को लेकर पालक, छात्र और गांव के जनप्रतिनिधि बुधवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए और स्कूल की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए।
ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, अंग्रेजी समेत कुल 6 विषयों के शिक्षक पदस्थ हैं, फिर भी पढ़ाई का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। सरपंच महेश्वरी गजेन्द्र, शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मनीष साहू समेत अन्य नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रभारी प्राचार्य और अन्य शिक्षिकाएं बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे रही हैं। न पालक समिति की बैठक होती है और न ही बच्चों के पढ़ाई पर मेहनत दिखाई देती है।
पालक धनेश्वरी साहू, जगेश्वरी, दुष्यंत साहू, प्रेम कुमारी, अनुसुईया सेन समेत कई छात्र-छात्राएं कलेक्टर से शिकायत करने पहुंचे और लिखित आवेदन भी दिया। उनका कहना है कि पढ़ाई की गुणवत्ता इतनी घट गई है कि अब गांव के बच्चे इस स्कूल में दाखिला लेना भी नहीं चाहते।
ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग की है कि 10वीं बोर्ड की क्लास में इतने खराब परिणाम को सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले शिक्षकों को तुरंत हटाया जाए और स्कूल में नए, योग्य शिक्षक नियुक्त किए जाएं।
पिछले 5 वर्षों में बच्चों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है, खासकर अंग्रेजी और गणित विषयों में। कुछ दिन पहले ही जिला शिक्षा अधिकारी को भी इस मामले में आवेदन दिया गया था, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
