“धमतरी में गूंजे ‘भारत माता की जय’ के नारे: ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में निकली ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा!”

धमतरी । शहर की सड़कों पर आज देशभक्ति का अद्भुत नज़ारा देखने को मिला, जब राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नागरिक अभियान के तहत तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। भारत माता की जय और वंदे मातरम् के नारों से गूंजते माहौल में यह यात्रा सुबह 7:30 बजे रुद्री चौक से प्रारंभ होकर पुलिस ग्राउंड तक पहुँची।

इस गौरवपूर्ण यात्रा में धमतरी के महापौर रामू रोहरा, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष नेहरू राम निषाद, कलेक्टर अभिनाश मिश्रा, एसपी सूरज सिंह परिहार, जिला पंचायत सदस्य मोनिका देवांगन, जनपद सदस्य अनिता यादव सहित प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि और हजारों आम नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक की प्रशंसा करते हुए, महापौर रामू रोहरा ने कहा कि भारत अब आतंकियों को उनके घर में घुसकर जवाब देने की ताकत रखता है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा सिर्फ तिरंगा फहराने की नहीं, बल्कि देश की अखंडता और सुरक्षा को सलाम करने की है।

कलेक्टर अभिनाश मिश्रा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की साख वैश्विक स्तर पर बढ़ाई है। उन्होंने युवाओं से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने और सेना के प्रति सम्मान प्रकट करने की अपील की।

एसपी सूरज सिंह परिहार ने वीरता और साहस की मिसाल पेश करते हुए संस्कृत श्लोक के माध्यम से बताया कि बहादुर ही इतिहास रचते हैं। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि वे जागरूक नागरिक बनें और सेना-पुलिस का सहयोग करें।

पूर्व सैनिकों ने भरा जोश:
इस यात्रा में सेना से सेवानिवृत्त सैनिकों ने भी अपनी फुल ड्रेस और पदकों के साथ भाग लिया। मुरारीलाल साहू, टिकेश्वर साहू, अश्वनी पाटकर, चमन लाल ध्रुव, जोहारलाल मंडावी जैसे वीरों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और लोगों को प्रेरित किया।

पूरा धमतरी देशभक्ति में रंगा:
स्कूल-कॉलेज के छात्रों, NSS, NCC, स्काउट-गाइड, खिलाड़ियों, सामाजिक संस्थाओं और सभी वर्गों के नागरिकों ने जोश के साथ हिस्सा लिया। ऑपरेशन सिंदूर के लोगो, सेना की शौर्य गाथा दर्शाते पोस्टर और देशभक्ति गीतों से शहर का माहौल पूरी तरह देशभक्ति में सराबोर रहा।

यह तिरंगा यात्रा न केवल शहीदों को सम्मान देने का माध्यम बनी, बल्कि देशवासियों को यह याद दिलाने का संदेश भी दिया कि जब तक हमारे वीर सैनिक सीमाओं पर खड़े हैं, हम सुरक्षित हैं।

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu