धमतरी में प्री-बीएड और प्री-डीएलएड परीक्षा में 4 हजार से ज्यादा छात्र रहे गैरहाजिर! जानें किस तरह के सवाल पूछे गए

धमतरी  शिक्षक बनने की दिशा में पहला कदम रखने वाले अभ्यर्थियों के लिए 22 मई को एक बड़ा दिन रहा, जब व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा प्री-बीएड और प्री-डीएलएड प्रवेश परीक्षाएं जिले भर में आयोजित की गईं। ये परीक्षाएं दो पालियों में आयोजित की गईं, जिनमें कुल 65 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। हालांकि 15526 छात्रों ने पंजीकरण कराया था, लेकिन इनमें से 4292 छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हुए, जो एक चिंता का विषय है।

परीक्षा का ब्योरा:
  • प्री-बीएड परीक्षा:
    कुल पंजीकृत परीक्षार्थी: 5852
    उपस्थित: 4006 | अनुपस्थित: 1846

  • प्री-डीएलएड परीक्षा:
    कुल पंजीकृत परीक्षार्थी: 9674
    उपस्थित: 7228 | अनुपस्थित: 2446

परीक्षा केंद्रों का विस्तार:

छात्रों की बड़ी संख्या को देखते हुए परीक्षा केंद्र धमतरी, कुरूद, भखारा, आमदी और आसपास के गांवों के स्कूलों में बनाए गए। कई छात्रों को केंद्र ढूंढने में भी परेशानी का सामना करना पड़ा। निर्धारित समय के बाद पहुंचने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया।

सुरक्षा व्यवस्था:

परीक्षा के दौरान पुलिस बल और उडऩदस्ता दल भी मुस्तैद रहे ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो। परीक्षा को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनाने के लिए पूरी व्यवस्था की गई थी।

किस तरह के सवाल पूछे गए?
  • शिक्षकों के लिए मनोवैज्ञानिक दक्षता क्यों आवश्यक है?

  • राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्य क्या हैं?

  • कक्षा संप्रेषण कैसा होना चाहिए: कठिन, सामान्य, रोचक या व्यापक?

  • नेटफ्लिक्स, कोर्सेरा, खान अकादमी में कौन ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म नहीं है?

  • दि इंडियन स्ट्रगल किसकी आत्मकथा है?

  • छत्तीसगढ़ के GDP में किस क्षेत्र का योगदान सबसे अधिक है?

इन सवालों ने अभ्यर्थियों की समझ और शिक्षण क्षमता की गहराई को परखा।

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu