“जब बच्चों ने मिट्टी के खिलौने भेंट किए तो महापौर को याद आया अपना बचपन – समर कैंप में दिखी सादगी और कला की झलक!”

धमतरी । बच्चों की मासूम कलाकारी और मिट्टी की सोंधी खुशबू ने महापौर रामू रोहरा को उनके बचपन की यादों में लौटा दिया। ऑल इंडिया लीनेस क्लब और कृति फाइन आर्ट इंस्टीट्यूट के समर कैंप में बच्चों ने अपने हाथों से तैयार किए गए मिट्टी के खिलौने महापौर को भेंट किए, जिन्हें देखकर उन्होंने भावुक होकर कहा, “बचपन में हम भी ऐसे ही खिलौने बनाते थे, आज बच्चों ने जो बनाया वो मेरा बचपन लौटा लाया।”

इस मौके पर महापौर ने बच्चों को मिट्टी और जल के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मिट्टी से जुड़ी हमारी परंपराएं आज भी वैसी ही हैं जैसी सदियों पहले थीं। उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेड इन इंडिया’ को अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि मिट्टी के खिलौने न केवल रचनात्मकता को बढ़ाते हैं, बल्कि ये पर्यावरण के अनुकूल और बच्चों के लिए पूरी तरह सुरक्षित भी होते हैं।

नगर निगम आयुक्त प्रिया गोयल ने भी बच्चों के काम की सराहना की और कहा कि मिट्टी के खिलौने बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। ये टिकाऊ और प्रदूषण-मुक्त होते हैं, जिससे बच्चों को खेलने के साथ-साथ पर्यावरण की भी सीख मिलती है।

समर कैंप के दौरान बच्चों ने “जल ही जीवन है, जल है तो कल है” विषय पर एक सुंदर पेंटिंग प्रदर्शनी भी लगाई। इसमें कई बच्चों ने भाग लिया और अपनी कला के ज़रिए जल संरक्षण का संदेश दिया।

कृति फाइन आर्ट्स की संचालिका जानकी गुप्ता ने बताया कि इस समर कैंप का उद्देश्य बच्चों को न सिर्फ कलात्मक रूप से प्रोत्साहित करना है, बल्कि उन्हें बचपन से ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना भी है।

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu