धमतरी मंदिर चोरी मामला: पुलिस की साइबर टीम की संयुक्त कार्रवाई में चार आरोपी गिरफ्तार

धमतरी । धमतरी मंदिर चोरी मामला में पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार के निर्देशन में थाना कुरूद, कोतवाली व साइबर सेल की संयुक्त टीम ने बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने बीते एक माह के भीतर कुरूद व धमतरी शहर में स्थित चंडी मंदिर, नागेश्वर मंदिर, श्रीराम मंदिर सहित सात मंदिरों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया था।

पुलिस ने इस धमतरी मंदिर चोरी मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित जांच करते हुए तकनीकी व मैदानी साक्ष्य एकत्र कर आरोपियों तक पहुंच बनाई। गिरफ्तार चारों आरोपियों से मंदिरों से चुराया गया सोने-चांदी का सामान, नकदी, और चोरी की रकम से खरीदे गए इलेक्ट्रॉनिक सामान भी बरामद किए गए हैं।

कैसे हुआ धमतरी मंदिर चोरी मामला का खुलासा?

22 जून को चंडी मंदिर, कुरूद से सोने-चांदी के आभूषण और ₹5,000 नकद चोरी होने की रिपोर्ट जितेन्द्रनाथ योगी ने दर्ज कराई थी। पुलिस ने IPC की धारा 331(4), 305(घ) व 111 बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू की।

पुलिस अधीक्षक के आदेश पर गठित टीम ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी विश्लेषण और मुखबिरों की सूचना के आधार पर आरोपियों को चिह्नित किया। साइबर सेल द्वारा मोबाइल लोकेशन, सीडीआर विश्लेषण आदि से पुख्ता साक्ष्य जुटाए गए।

पूछताछ में कबूलनामे और बरामदगी

आरोपियों ने पूछताछ में 18 मई से 22 जून तक 7 मंदिरों में चोरी की बात कबूली:

  • रत्नेश्वरी मंदिर, 10,500 नकद

  • श्रीराम मंदिर, 4,000 नकद व चांदी की चरण पादुका

  • नागेश्वर मंदिर, 30,000 नकद

  • छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर, 3,000 नकद

  • शिव मंदिर, 2,000 नकद

  • काली मंदिर, 1,000 नकद

  • चंडी मंदिर, सोने का मुकुट, लॉकेट, चरण पादुका व 5,000 नकद

बरामदगी:
सोने का मुकुट, लॉकेट, चांदी की चरण पादुका (दो जोड़ी), नकदी ₹20,000, 320 सिक्के, हीरो डेस्टिनी स्कूटी, फ्रिज और टीवी — कुल अनुमानित मूल्य ₹7 लाख।

गिरफ्तार आरोपी
  1. जाहिर उर्फ समीर खान, 35 वर्ष

  2. अफरोज खान, 28 वर्ष

  3. मोहम्मद मुनाफ खत्री, 48 वर्ष

  4. ताहिरा बानो, 48 वर्ष

सभी आरोपी कबीर नगर, बसना (जिला महासमुंद) के निवासी हैं। आरोपी जाहिर खान का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से मौजूद है, जिन पर पहले भी थाना बसना व सरायपाली में गंभीर धाराएं दर्ज हैं।

पुलिस की विशेष रणनीति और सफलता

धमतरी मंदिर चोरी मामला के खुलासे में थाना कुरूद व कोतवाली की टीम, और साइबर सेल के तकनीकी कौशल ने प्रमुख भूमिका निभाई। आरोपियों की गतिविधियों को तकनीकी ट्रैकिंग से पकड़ना सफलता की मुख्य कड़ी बनी।

धमतरी पुलिस ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे मंदिरों व धार्मिक स्थलों में सीसीटीवी कैमरे लगवाएं, किरायेदारों की जानकारी थाने में दें, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। जन सहयोग से ही अपराध मुक्त समाज की स्थापना संभव है।

धमतरी मंदिर चोरी मामला पुलिस की सक्रियता और समन्वित कार्यप्रणाली की मिसाल है। साइबर तकनीक और परंपरागत खोजबीन के मिश्रण से अपराधियों को पकड़ने में सफलता मिली। यह केस पुलिस और नागरिकों के सहयोग से अपराध नियंत्रण की एक मिसाल बनकर सामने आया है।

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu